जिले में एक शख्स सत्ता के मिल रहे संरक्षण में ऐसे चूर था कि वो अधिकारी से लेकर चपरासी तक को भी नहीं बख्शा। वो अपने आपको बीजेपी नेता का करीबी बता रहा था।
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दरअसल, अकबरपुर तहसील में रजनीश शुक्ला अपनी पत्नी का निवास प्रमाण-पत्र बनवाने पहुंचा था। इसी दौरान एसडीएम के साथ उसने बदसलूकी शुरू कर दी। इस दौरान बीच-बचाव के लिए आये उनके अर्दली को भी उसने नहीं बख्शा। सरेआम एसडीएम के अर्दली की पिटाई कर दी।
ये है पूरा मामलाः
कानपुर देहात की अकबरपुर तहसील में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब एक युवक एसडीएम से भिड़ गया। इसके बाद एसडीएम का अर्दलीय बीच- बचाव करने आया तो उसने अर्दलीय को भी बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। हद तो तब हो गई जब सत्ता के नशे में चूर इस शख्स ने बेखौफ होकर एसडीएम के गनर की राइफल भी छिनने का प्रयास करने लगा। इसके बाद एसडीएम राजीव राज ने 112 नंबर पर जानकारी देकर पुलिस बुलाई. जिसके बाद पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर कोतवाली चली गयी।
जानकारी के अनुसार अकबरपुर जिला अस्पताल का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रजनीश शुक्ला अपनी पत्नी का निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील पहुचा था, जहां एसडीएम राजीव राज ने उसे जांच करा कर प्रमाण पत्र बनवाने के लिये कहा। इसके बाद आरोपी रजनीश शुक्ला एसडीएम से बदसलूकी पर उतर आया। इस दौरान उसे शांत कराने आये अर्दलीय शिव राम को वो पीटने लगा।
बहरहाल अर्दलीय ने कोतवाली में मामला दर्ज करा दिया है। आरोपी रजनीश शुक्ला खुद को पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी का करीबी बताकर रौब जमा रहा था। अनिल शुक्ल वारसी वर्तमान में बीजेपी नेता हैं और इनकी पत्नी प्रतिभा शुक्ला बीजेपी की अकबरपुर विधानसभा से विधायक हैं। आरोप है कि रजनीश को इन्हीं का संरक्षण प्राप्त है। इस मामले पर एसडीएम राजीव राज ने बताया कि पूरा विवाद आवास प्रमाण पत्र बनाने को लेकर शुरू हुआ था जिसके बाद आरोपी ने दबंगई करना शुरू कर दिया। फिलहाल अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।