जिले में स्थानीय भाजपा नेता अश्विनी पवार पर हुए पुलिस के कथित हमले का मामला तूल पकड़ने लगा है। भाजपा के जिलाध्यक्ष सतेन्द्र तोमर ने घटना की कड़ी निन्दा की और कहा कि बुधवार को वह संगठन के कार्य से बाहर गये थे। वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद एसपी शामली से मिलकर घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि घटना से संबंधित अब तक जो वीडियो फुटेज सामने आये हैं, उनमें कुछ पुलिसकर्मी भाजपा नेता अश्विनी पंवार पर गोलीबारी करते दिखे हैं। अश्विनी पंवार जिला भाजपा कमेटी के विशेष आमन्त्रित सदस्य हैं और दो बार नगर पंचायत के प्रत्याशी रह चुके हैं। पंवार भाजपा के चुनाव चिह्न पर एलम में चेयरमैन पद का चुनाव भी लड़ चुके हैं।
उधर, शामली के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुकीर्ति माधव ने बताया, एलम निवासी अश्विनी पंवार ने पुलिसकर्मियों पर हमला करने व मारपीट के गंभीर आरोप लगाए हैं। पूरे मामले की जांच एएसपी को सौंपी गई है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
रिपोर्ट आने पर जो भी सत्य होगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के आधार पर इतना ही बताया जा सकता है कि पेट्रोल पंप के पास पंवार की गाड़ी खड़ी थी। गाड़ी का नम्बर हरियाणा का है। गाड़ी रोके जाने पर उन्होंने गाड़ी भगाने की कोशिश की। कांधला थाना क्षेत्र के कस्बा एलम निवासी अश्विनी पंवार ने अपने परिवारजनों व अन्य के साथ बुधवार को शामली में पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव से मुलाकात कर प्रार्थनापत्र सौंपा।
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पंवार ने बताया कि मंगलवार रात करीब आठ बजे वह अपने परिवारजनों के साथ गाड़ी में सवार होकर रिश्तेदार से मिलने कांधला गए थे। कांधला में राजमार्ग पर उन्होंने गाड़ी में पेट्रोल भरवाया और कार्ड से भुगतान किया।
पंवार का आरोप है कि इसी दौरान कुछ लोग वहां पहुचे, जो संभवत: पुलिसकर्मी थे। आरोपियों ने उन्हें घेर लिया तथा गाली गलौज करते हुए गोलीबारी करने लगे। उन्होंने बताया कि इसके बाद कांधला थाने के दरोगा आए और उनको (पंवार को) गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गए। पंवार का आरोप है कि पुलिस थाना में उन्हें यातनाएं दी गई। उन्होंने पूरे मामले से भाजपा के आला नेताओं को भी अवगत कराया है। भाजपा नेता अश्विनी पंवार के पिता राजवीर सिंह की साल 2005 में हत्या कर दी गई थी।