देश में कोरोना संकट बरकरार है, इसी बीच बिहार के छपरा से एक वीडियो सामने आया है जो टीकाकरण को ही धता बता रहा है, जिसकी जमकर निंदा हो रही है। छपरा में महिला स्वास्थ्य कर्मी ने सीरिंज का रैैपर फाड़ा और बिना वैक्सीन भरे युवक को लगा दिया, इस दौरान युवक के दोस्त ने वीडियो बना लिया। वीडियो वायरल हुआ तो सारण के डीआईओ डॉ. अजय कुमार ने नर्स चंदा कुमारी को 48 घंटे में स्पष्टीकरण देने को कहा और तुरंत ड्यूटी से हटा दिया।
अजय ने बताया कि महिला नर्स ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया बल्कि भूलवश हो गया, युवक को दोबारा बुलाकर वैक्सीन लगाई जाएगी। हालांकि वीडियो में ये भूल जैसा कुछ नजर नहीं आ रहा, भीड़ के बीच महिला नर्स जिस तरह से काम कर रही उससे यही लग रहा कि तमाम और लोगों के साथ ऐसा हुआ है।
साथ ही DIO ने इस बात की भी जानकारी दी कि महिला नर्स ने जानबूझकर ये लापरवाही नहीं की है, बल्कि क्योंकि ज्यादा भीड़ थी इस वजह से भूलवश ऐसा हो गया। अब कहा जा रहा है कि उस युवक को दोबारा पहली डोज के लिए बुलाया जा सकता है। वहीं ये भी कहा गया है कि युवक अपने मन मुताबिक नई तारीख का चयन कर सकता है। उस डेट पर वैक्सीन लगा दी जाएगी।
आजतक ने उस युवक से भी बात की जिसे इस तरह से वैक्सीन लगाई गई थी। पीड़ित अज़हर ने बताया कि उस नर्स ने किसी दुर्भावना से नहीं बल्कि भूलवश उसे खाली सीरिंज लगा दी थी। साथ ही युवक ने बड़ा दिल दिखाते हुए उस नर्स को माफ करने की भी बात कही। यह भी कहा कि उस नर्स के ऊपर कोई ऐसी कार्रवाई ना हो जिससे उसकी नौकरी पर कोई खतरा आ जाए।
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ी भूमिका मोबाइल की रही, जिसकी वजह से ये लापरवाही दुनिया के सामने आ पाई और समय रहते एक्शन भी लिया गया। अगर यह घटना कैमरे में कैद ना होती तो उस युवक को यह भी नही पता चलता कि उसे वैक्सीन मिली या नहीं। उसे तो यहीं समझ आता कि उसने वैक्सीन की पहली डोज़ ले ली है। इस तरह का ग़ैर ज़िम्मेदाराना कार्य कोविड वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर सवालिया निशान खड़ा करता हैं।