राजनीति डेस्क. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए वोटों की गिनती जारी है. कोरोना काल में यह देश का पहला चुनाव है. जिसमे एनडीए और महागठबंधन के बीच टक्कर कांटे की देखने को मिल रही है. 243 सीटों के लिए वोटों की गिनती जारी है. फिलहाल जिसमे से 230 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं. कभी एनडीए आगे हो रहा है तो कभी महागठबंधन.
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शुरुआत में महागठबंधन डीएनए से आगे निकल गयी थी. लेकिन अब 123 सीटों के साथ एनडीए अगले पावदान पर है और महागठबंधन पिछले. महागठबंधन को फिलहाल 109 सीटों से सन्तुष्ट होना पड़ा. महागठबंधन में शामिल कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक नजर आ रहा है. नीतीश कुमार को 31 साल के युवा तेजस्वी यादव सीधी टक्कर दे रहे हैं. तमाम एक्जिट पोल के रुझान बदलाव के संकेत दे रहे हैं. राज्य की कुल 243 विधानसभा सीटों पर इस बार तीन चरणों में हुए मतदान की मंगलवार को हो रही गिनती इस बदलाव के संकेतों का अंतिम सच सामने लाने वाली है.
तेजस्वी आगे, तेजप्रताप पीछे
महागठबंधन के प्रमुख चेहरे तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से आगे चल रहे हैं. तेजस्वी यादव ने 10 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था. हालांकि उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव अब हसनपुर सीट से पीछे चल रहे हैं. 1365 वोट से तेज प्रताप पीछे चल रहे हैं. जेडीयू के राजकुमार से उनका मुकाबला है. इसके अलावा,, पूर्णिया सदर विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी विजय खेमका 1663 वोट से आगे हैं. धमदाहा विधानसभा से जेडीयू की लेसी सिंह, कसबा विधानसभा से कांग्रेस के अफाक आलम वोट, रुपौली विधानसभा से जेडीयू की बीमा भारती आगे हैं.
आज का जनादेश बिहार में पिछले 15 साल की नीतीश कुमार सरकार पर लोगों का फैसला तो होगा ही, बिहार की राजनीति के लिए भी एक खास संदेश लेकर आएगा क्योंकि बिहार में राजनीति के एक ढलती पीढ़ी को नई पीढ़ी ने सीधी चुनौती दी है और जनता को नए-पुराने के बीच अपना आगे का भविष्य चुनना है.