मुंबई। महाराष्ट्र में आयकर विभाग का एक्शन लगातार जारी है। डिप्टी सीएम अजित पवार पर आईटी का एक्शन शुरू हो गया है। आयकर विभाग ने अजित पवार से जुड़ीं 5 संपत्तियों को सीज करने का आदेश जारी कर दिया है। ये संपत्तियां 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा की बताई जा रही हैं। बता दें कि आयकर विभाग को करीब 1000 करोड़ से ज्यादा लेन-देन की जानकारी मिली है। आयकर विभाग की इस कार्रवाई ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल मचा दिया है।
जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार से जुड़ी करोड़ों की संपत्ति कुर्क की है। वहीं, बेनामी संपत्ति अधिनियम के तहत यह संपति कुर्क की गई है। जिसमें 1 चीनी फैक्ट्री, दक्षिण दिल्ली में एक फ्लैट, गोवा में संपत्ति, और निर्मल बिल्डिंग में एक संपत्ति शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार टैक्स चोरी के मामले में यह संपत्ति कुर्क की गई है।
इन संपत्तियों को सीज करने का आदेश
इनकम टैक्स ने डिप्टी सीएम अजित पवार की 1000 करोड़ रुपए की जिन संपत्तियों को सीज करने का आदेश दिया है उनमें सबसे बड़ी संपत्ति जरंदेश्वर शुगर फैक्ट्री है, इसकी मार्केट वैल्यू करीब 600 करोड़ रुपए है। वहीं इसके अलावा साउथ दिल्ली में स्थित फ्लैट जिसकी मार्केट कीमत करीब 20 करोड़ रुपए है। इसके साथ ही तीसरी संपत्ति जिसे सीज करने का आदेश है वो पार्थ पवार का निर्मल ऑफिस है। इसकी मार्केट वैल्यू करीब 25 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इसी तरह निलय नाम से गोवा में बना रिसॉर्ट जिसकी कीमत करीब 250 करोड़ रुपए औऱ महाराष्ट्र की 27 अलग-अलग जगहों की जमीन जिनकी कुल कीमत करीब 500 करोड़ रुपए है। इन्हें सीज करने का नोटिस दिया गया है।
अजित पवार पर काफी समय से थी आईटी की नजर
बता दें कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार काफी लंबे समय से आयकर विभाग के निशाने पर थे। वहीं, बीते महीने ही इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 2 रियल एस्टेट ग्रुप और अजित पवार के रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद 184 करोड़ रुपए की बेहिसाब संपत्ति की जानकारी का पता लगाया था।
इस दौरान विभाग ने बीते 7 अक्टूबर को 70 से ज्यादा ठिकानों पर इनकम टैक्स ने रेड मारी थी। वहीं, आयकर विभाग ने अजित पवार के बेटे पार्थ पवार की कंपनी अनंत मर्क्स प्राइवेट लिमिटेड पर भी छापेमारी की थी। इसके अलावा पवार की बहनों की कंपनियों पर भी कार्रवाई की गई थी।
आईटी रेड में बहनों को क्यों घसीटा गया- अजित पवार
बता दें कि तलाशी के दिन अजित पवार ने कहा था कि उन्हें अपने खिलाफ तलाशी से कोई समस्या नहीं है। लेकिन वह इस बात से परेशान हैं कि उनकी बहनों को इसमें घसीटा गया है। उन्होंने कहा था कि हम हर साल टैक्स का भुगतान करते हैं। चूंकि मैं वित्त मंत्री हूं, इसलिए मुझे राजकोषीय अनुशासन की जानकारी है। ऐसे में मुझसे जुड़ी सभी संस्थाओं ने टैक्स का भुगतान किया है।
ईडी ने अनिल देशमुख को किया गिरफ्तार
वहीं, सोमवार देर रात प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को गिरफ्तार कर लिया। 100 करोड़ रुपये की वसूली के मामले में उनसे 12 घंटे तक पूछताछ की गई थी। ईडी के मुताबिक, देशमुख से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, इसलिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।