लखनऊ : पूरी दुनिया (Whole world) आज के दिन यानि 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) मनाती हैं। भारत (India) देश में पहली बार महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा दर्ज हुई है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (National Family Health Survey) के नवीनतम दौर के मुताबिक, भारत में प्रति 1,000 पुरुषों (Male) पर 1,020 महिलाएं (Female) हैं।
वहीं साल 1951 में यह आंकड़ा प्रति 1,000 पुरुषों पर 946 था। साल 2015 तक, यह आंकड़ा प्रति 1,000 पुरुषों पर 991 महिलाओं तक पहुंच गया, लेकिन इस बार 2022 में प्रति 1,000 पुरुषों पर 1,020 महिलाएं हैं।
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गांवों में पुरुषों से अधिक महिलाएं
5वें राष्ट्रीय परिवार और स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार, अब भारत देश में प्रति 1,000 पुरुषों पर 1,020 महिलाएं हैं। अपने देश में कन्या भ्रूण हत्या एक बड़ी समस्या बनी हुई है। पुरुष बच्चे की तुलना में महिला बच्चे के लिए जीवन की संभावना कम रही है। ताजा सर्वेक्षण में शहरों की तुलना में गांवों में लड़कियों की संख्या अधिक दिखाई गई है। गांवों में प्रति 1,000 पुरुषों पर 1,037 महिलाएं हैं।
अगर हम भारतीय शहरों में अनुपात को देखें तो हर 1,000 पुरुषों पर 985 महिलाएं हैं जो गांवों की तुलना में कम है। चौथे राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार, गांवों में 1,000 पुरुषों के मुकाबले 1,009 महिलाएं और शहरों में 956 महिलाएं थीं। 2015-16 में जन्म के समय लिंगानुपात प्रति 1000 बच्चों पर 919 लड़कियों का था, जो अब बढ़कर 929 हो गया है।
इस कारण से शहरों और गांवों दोनों में प्रति 1,000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या में वृद्धि हुई है। सबसे अच्छी बात यह है कि जन्म के समय लिंगानुपात में इस सुधार में शहरों की तुलना में गांव अग्रणी हैं। गांवों में अब प्रति 1,000 पुरुषों पर 1,037 महिलाएं हैं, जबकि शहरों में 985 महिलाएं हैं।