चंडीगढ़। पंजाब में जारी सियासी घमासान के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने शनिवार को बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने रेलवे ट्रैक पर धरना देने वाले किसान संगठनों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने का आदेश दिया है। ये केस आरपीएम (रेलवे सुरक्षा बल) ने दर्ज किए थे। चन्नी ने आरपीएफ चेयरमैन को पत्र लिखकर जल्द से जल्द केस वापस लेने के लिए कहा है।
इसके अलावा पंजाब के सीएम चन्नी कोरोना महामारी से माता-पिता खो चुकी लड़कियों के लिए आशीर्वाद स्कीम से इनकम लिमिट हटाने का ऐलान किया है। इसके साथ ही पंजाब में अब 1 जनवरी 2004 के बाद से सरकारी नौकरी में चयनित कर्मचारियों के लिए फैमिली पेंशन स्कीम को भी मंजूरी दे दी है।
बिजली बिल किया माफ
इससे पहले चन्नी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ऐलान किया था कि वे किसानों का बिजली बिल माफ करेंगे। वादे के मुताबिक, पहली कैबिनेट बैठक में चन्नी ने 2 किलो वाट तक बिजली बिल माफ करने का ऐलान किया। चन्नी ने कहा, पंजाब में 2 किलोवाट कनेक्शन धारकों का बकाया बिजली बिल माफ किया जाएगा। इसके अलावा जिन लोगों का कनेक्शन काट दिया गया है, उनका कनेक्शन भी बहाल किया जाएगा। इससे 53 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।
‘किसानों के लिए गर्दन कटवा सकता हूं‘
सीएम चन्नी ने अपनी पहली कॉन्फ्रेंस में कहा था कि, पंजाब सरकार किसानों के साथ है। हम पंजाब के किसान को कमजोर नहीं होने देंगे। मैं किसानों के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं। अगर किसानों पर आंच आई तो मैं अपनी गर्दन भी कटवा सकता हूं। मैं अपना सब कुछ न्योछावर करने को तैयार हूं। साथ ही उन्होंने केंद्र से कृषि कानून वापस लेने की मांग भी की थी।