पटना। बिहार में कांग्रेस ने आखिरकार महागंठबंधन से अलग होने का फैसला कर लिया है। लालू प्रसाद यादव और उनकी पार्टी राष्ट्रीय दनता दल को तगड़ा झटका देते हुए कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने इस बात की घोषणा कर दी है। भक्तचरण दास ने शुक्रवार को ऐलान कर दिया कि भविष्य में भी अब राजद के साथ गठबंधन नहीं रहेगा। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस की राह राजद से अलग होगी। भक्त चरण दास ने पटना पहुंचने पर कहा कि आरजेडी से कांग्रेस का कोई गठबंधन नहीं है।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि बिहार में महागठबंधन टूट गया है। भक्त चरण दास ने कहा कि कांग्रेस बिहार में दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव में पूरी ताकत से लड़ेगी और यहां साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी सभी 40 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। भक्त चरण दास ने महागठबंधन के टूटनो के पीछे सीधे-सीधे लालू यादव की पार्टी राजद को जिम्मेदार बताया। खासकर उनका इशारा कहीं न कहीं तेजस्वी यादव की ओर था। गौरतलब है कि बिहार में पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस, राजद और लेफ्ट पार्टियों ने मिलकर महागठबंधन बनाया था।
लालू यादव को झटका
इस बात के कयास लगाये जा रहे हैं कि गठबंधन टूटने से विशेष तौर पर लालू यादव को खासा धक्का लगेगा क्योंकि लालू यादव कांग्रेस के साथ जुड़े रहकर बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने का सपना संजो रहे थे। वैसे गठबंधन टूटने का ऐलान ऐसे समय में हुआ है जब कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और हार्दिक पटेल के बिहार दौरे पर पहुंच रहे हैं।
आरजेडी पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप
भक्त चरण दास ने इससे पहले आरजेडी पर भारतीय जनता पार्टी की मिलीभगत का आरोप लगाया था। इसके बाद आरजेडी नेताओं ने उन्हें संघी कह दिया था। शुक्रवार को पटना आने पर जब भक्त चरण से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इसपर वे कुछ बयान नहीं देंगे। हां, इतना जरूर है कि बिहार में अब आरजेडी के साथ गठबंधन नहीं है। दोनों सीटों पर प्रमुखता से लड़ रहे हैं।
कांग्रेस को कन्हैया से उम्मीद, पप्पू भी करेंगे प्रचार
मालूम हो कि बिहार में कांग्रेस एवं आरजेडी का साथ करीब दशकों का है। कई बार दोनों के रास्ते अलग हुए और जुड़े। इधर जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव की भक्त चरण दास से मुलाकात के बाद कांग्रेस की ओर से दावा किया गया है कि वे कांग्रेस का प्रचार करेंगे। फायरब्रांड नेता कन्हैया कुमार भी विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए बिहार आ चुके हैं। कांग्रेस को कन्हैया से बड़ी उम्मीद है।
बता दें कि विधानसभा उपचुनाव को लेकर सारा बखेड़ा कुशेश्वरस्थान सीट को लेकर हुआ। कांग्रेस इसे अपनी परंपरागत सीट बता रही थी, लेकिन आरजेडी ने कांग्रेस की मांग को ठुकराते हुए दोनों सीटों पर दावेदारी पेश कर दी। दोनों जगहों पर उम्मीदवार भी खड़े कर दिए। इसके बाद कांग्रेस ने भी दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए। तब से ही महागठबंधन में दरार पड़ गई थी। दोनों ओर से बयानबाजी की जा रही थी। अब कांग्रेस बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने उसपर मुहर लगा दी है।