नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। उनके साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता और संघ विचारक नानाजी देशमुख और प्रख्यात संगीतकार भूपेन हजारिका को मरणोपरांत इस सम्मान से सम्मानित किया गया है।
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आपको बता दें इससे पहले 45 विभूतियों को भारत रत्न दिया जा चुका है। अब यह संख्या 48 हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन तीनों को भारत रत्न दिए जाने पर अलग-अलग ट्वीट कर इनके योगदान के बारे में बताया। मोदी ने नानाजी देशमुख के ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए उन्हें सच्चा भारत रत्न बताया है।
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जानकारी के मुताबिक प्रणव मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति रह चुके हैं. उन्होंने 25 जुलाई 2012 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. वह इस पद पर 25 जुलाई 2017 तक रहे. 1984 में प्रणव मुखर्जी वित्तमंत्री रह चुके थे। नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में उन्होंने 1995 से लेकर 1996 तक विदेश मंत्री के रूप में काम किया था।कांग्रेस के अग्रिम कतार के नेताओं में गिने जाने वाले प्रणव मुखर्जी पिछले साल आरएसएस के कार्यक्रम में जाने को लेकर भी सुर्खियों में रहे।