कोल्लम। अक्सर लोगों से आपने कहते सुना होगा कि ज्ञान हासिल करनी की कोई उम्र नहीं होती। मनुष्य जीवन भर कुछ न कुछ सीखता रहता है। इस बात को केरल के कोल्लम जिले की 105 वर्षीय भागीरथी अम्मा ने सच साबित कर दिया है। भागीरथी ने इस उम्र में कक्षा चौथी की परीक्षा देकर वह केरल राज्य साक्षरता मिशन की सबसे उम्र दराज छात्रा बन गई हैं।
Kollam: 105-year old woman Bhageerathi Amma appeared for 4th standard equivalent examination conducted under Kerala State Literacy Mission. #Kerala pic.twitter.com/0jc6WNf78S
— ANI (@ANI) November 20, 2019
कोल्लम जिले के परकुलम की रहने वाली भागीरथी अम्मा के छह बच्चे और 16 पोते
कोल्लम जिले के परकुलम की रहने वाली भागीरथी अम्मा के छह बच्चे और 16 पोते हैं। मां की मृत्यु के बाद भागीरथी को महज नौ साल की उम्र में अपनी पढाई रोकनी पड़ी थी। अपने छोटे भाई-बहनों की देखभाल की वजह से उनको कक्षा तीन के बाद से स्कूल जाने का मौका नहीं मिल पाया। अपनी पढ़ाई जारी रखने की उनकी ललक साहित्य मिशन के अधिकारियों की मदद से 105 साल की उम्र में पूरी हुई। अधिकारियों ने उन्हें अपने सपनों को साकार करने में हर संभव मदद की।
हॉलीवुड फिल्म ‘द वारियर क्वीन ऑफ झांसी’ चर्चा में बनी, इस दिन होगी रिलीज
डिस्ट्रिक्ट लिटरेसी मिशन के को-ऑर्डिनेटर सीके प्रदीप कुमार ने बताया कि परीक्षा रविवार को शुरू हुई
डिस्ट्रिक्ट लिटरेसी मिशन के को-ऑर्डिनेटर सीके प्रदीप कुमार ने बताया कि परीक्षा रविवार को शुरू हुई थी, जो मंगलवार को समाप्त हुई। उन्होंने कहा कि भागीरथी अम्मा दूसरों के लिए एक वास्तविक प्रेरणा है। बता दें कि केरल राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण केरल सरकार के सामान्य शिक्षा विभाग के तहत एक स्वायत्त संस्थान है। इसका उद्देश्य निरंतर शिक्षा के माध्यम से पूरे केरल में माध्यमिक स्तर की शिक्षा सुनिश्चित करना है।