हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता पुलिस के साथ मिलकर उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में धर्मांतरण कानून को अमल में लाने पार लगे हुए हैं। यह दावा अमेरिकी गैर लाभकारी कंपनी फर्स्ट लुक मीडिया के ऑनलाइन पब्लिकेशन The Intercept की एक रिपोर्ट में किया गया है। बेतवा शर्मा और अहमर खान की लिखी रिपोर्ट में बताया गया कि हिंदू राष्ट्रवादी समूहों और संगठनों के लोग किस तरह हिंदू लड़कियों और समाज को बचाते हैं।
बेतवा ने खबर को ट्वीट कर लिखा- पश्चिमी यूपी में विहिप और बजरंग दल के नेता गैर-धर्म के जोड़ों को तोड़ने के लिए साम, दाम, दंड और भेद की नीति अपनाते हैं।
इसी को रीट्वीट करते हुए दिग्विजय सिंह ने लिखा- “मोहन भागवत जी, कृपया आपके इन शिष्यों को समझाएं। जब हम सभी का एक ही DNA है तो फिर “लव जिहाद” कैसा?”
पड़ताल के दौरान रिपोर्टरों ने यह भी पाया कि विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता पुलिस अफसरों को फोन कर भागे हुए ऐसे जोड़ों के बारे में न सिर्फ जानकारी मांगते हैं, बल्कि उनके फोन सर्विलांस पर लगाने की मांग उठाते हैं। साथ ही समय समय पर संबंधित जानकारी को आपस में साझा करते हैं। खबर में बिजनौर (यूपी) के 23 वर्षीय बजरंग दल के नेता आशीष बालियान के हवाले से बताया गया, “हर स्कूल की सभी कक्षाओं में हमारे लड़के हैं।”
मोहन भागवत जी कृपया आपके इन शिष्यों को समझाएँ। जब हम सभी का एक ही DNA है तो फिर “लव जेहाद” कैसा? https://t.co/RoBlYsL2fz
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 5, 2021
कांग्रेसी दिग्विजय सिंह ने RSS चीफ के हालिया बयान पर तंज कसा। पूछा, “मोहन भागवत जी, कृपया आपके इन शिष्यों को समझाएं। जब हम सभी का एक ही DNA है तो फिर “लव जेहाद” कैसा?” कांग्रेसी नेता ने इस मसले से जुड़ी खबर अपने फेसबुक अकाउंट से भी शेयर की। हालांकि, उन्होंने यहां कुछ लिखा नहीं।