बीयर के शौकीनों के लिए खुशखबरी
एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्तीय वर्ष में नई आबकारी नीति भी लागू हो रही है, जिसके चलते बीयर (Beer) के दामों में 15 से 20 रुपये की कमी की बात कही जा रही है। इसके पीछे बीयर (Beer) की खपत को बढ़ाना भी सरकार का उद्देश्य है। वहीं नई आबकारी नीति में बीयर (Beer) पर न तो एक्साइज ड्यूटी में कोई बढ़ोतरी की गई है और न ही लाइसेंस शुल्क में किसी तरह की बढ़ोतरी की गई है, जबकि देसी और अंग्रेजी शराब की लाइसेंस फीस में 7.5 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है, जिसके चलते देसी शराब के पौवे के दाम में पांच रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं अंग्रेजी शराब के दाम में 15 फीसदी की बढ़ोतरी की संभावना है। शराब विक्रेता वेलफेयर एसोसिएशन महामंत्री कन्हैयालाल मौर्या ने नए वित्तीय वर्ष में इस तरह की संभावनाओं को बताया है।
एक अप्रैल से बियर (Beer) के दामों में होगी कमी
एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्तीय वर्ष में बीयर के लाइसेंस की फीस में किसी तरह की बढ़ोतरी न होने से बीयर के दामो में 15 से 20 रुपये की कमी देखने को मिल सकती है। बीयर (Beer) के दामों में प्रति केन और बोतल पर 20 रुपये की कमी आएगी।
लाइसेंस के दाम बढ़ने के कारण महंगी होगी शराब
राज्य में शराब के लाइसेंस के लिए अब लोगों साढ़े सात प्रतिशत तक की अधिक कीमत चुकानी होगी। एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्तीय वर्ष से लाइसेंस की कीमतों में बदलाव किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में बीयर (Beer) कम बिक्री से सरकारी राजस्व में नुकसान भी हुआ है। इस बार नए वित्तीय वर्ष में बीयर (Beer) की बिक्री को बढ़ाने के लिए आवंटित होने वाले लाइसेंस की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। इस लिहाज से राज्य में बीयर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होना चाहिए।