नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने उन मीडिया रिपोर्ट्स पर नाराजगी जताई है जिसमें कहा गया कि कुछ सीनियर खिलाड़ियों ने विराट कोहली की शिकायत बीसीसीसीआई सचिव जय शाह से की थी। बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कोहली की शिकायत वाली रिपोर्ट्स को निराधार बताया है। इसके साथ ही धूमल ने एक बार फिर दोहराया कि कोहली की टी20 टीम कप्तानी छोड़ने में बीसीसीआई की कोई भूमिका नहीं थी और यह विराट का अपना फैसला था।
टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान
गौरतलब है कि विराट कोहली ने 16 सितंबर को भारतीय टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था। इसके बाद एक रिपोर्ट में कहा गया कि कोहली चयनकर्ताओं के पास गए थे और उन्होंने रोहित को उपकप्तान के पद से हटाने के लिए कहा था। एक दिन पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में न्यूजीलैंड के हाथों मिली हार के बाद भारत के दो वरिष्ठ क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने शाह से कोहली के बारे में शिकायत की थी।
बीसीसीआई से नहीं की गई कोई शिकायत
इन मीडिया रिपोर्ट्स पर धूमल ने कहा, मीडिया को इस बकवास को लिखना बंद कर देना चाहिए। बता दें कि किसी भी भारतीय क्रिकेटर ने बीसीसीआई से लिखित या मौखिक शिकायत नहीं की है। बीसीसीआई हर झूठी रिपोर्ट का जवाब नहीं दे सकता। हमने कुछ रिपोर्ट्स देखी जिसमें कहा गया था कि भारत की विश्व कप टीम में बदलाव होंगे। ये किसने कहा?
विराट ने खुद लिया अपना फैसला
धूमल ने विराट के कप्तानी छोड़ने पर कहा, मीडिया ने मुझसे पूछा कि क्या बीसीसीआई ने फैसला लिया है और मैंने नहीं कहा, क्योंकि यह सच था। बीसीसीआई ने कोई निर्णय नहीं लिया था या इस पर चर्चा भी नहीं की थी। विराट ने अपना फैसला खुद लिया और बीसीसीआई को बता दिया और वह उनका कॉल था। आज मीडिया कह रहा है कि खिलाड़ियों ने बीसीसीआई से शिकायत की है। इसलिए बोर्ड की ओर से मैं आपको बता सकता हूं कि कोई शिकायत नहीं आई है।
धूमल ने मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि मीडिया का एक वर्ग भारतीय टीम के बारे में लगभग सब कुछ जानता है। लेकिन उसे विराट के इस्तीफे से पहले 24 घंटे पहले तक इस बात का अंदाजा तक नहीं था। धूमल ने आगे कहा कि इस तरह की रिपोर्टिंग किसी भी चीज से ज्यादा भारतीय क्रिकेट को नुकसान पहुंचाती है।