अपने अजीबोगरीब कामों के लिए मशहूर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गुजरात के अहमदाबाद में कामसूत्र नाम की एक किताब को जलाया है। मिली जानकारी के अनुसार बजरंग दल के संयोजक जवलित महेता एसजी हाइवे पर मौजूद के दुकान पर गए और कामसूत्र की किताब लेकर आग लगा दी। बजरंग दल का आरोप है कि इस कितााब में कामसूत्र के नाम पर हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरों का गलत इस्तेमाल किया गया है।
जवलित महेता ने कहा- इसबार तो किताब ही जलाई है अगर अगली बार दुकान में ये दिखी तो पूरी दुकान में ही आग लगा दिया जाएगा। दुकानदार ने डरकर सारी किताबों को वापस करने का फैसला किया है, इस मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। दरअसल, ये मामला अहमदाबाद जिले के एसजी हाइवे पर मौजूद लेटीट्युट बुक नाम की शॉप का है। जहां पर अहमदाबाद बजरंग दल प्रकोष्ठ के संयोजक जवलित महेता का आरोप है कि इस किताब में ‘कामसूत्र’ के नाम पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों का गलत इस्तेमाल किया गया है।
साथ ही बजरंग दल के संयोजक जवलित महेता की ओर से किताब के साथ एक वीडियो भी बनाया गया। इसमें किताब विक्रेताओं को धमकी भी दी गई है कि इस बार तो किताब दुकान के बाहर जलाई गई है, यदि आगे चलकर इस किताब की ब्रिक्री लगातार होती रही तो दुकान के साथ अंदर रखी सारी किताबों खाक कर दी जाएगी।
बता दें कि ‘कामसूत्र’ की रचना आचार्य वात्स्यायन द्वारा रचित ग्रंथ है। राजस्थान की दुर्लभ यौन चित्रकारी के साथ-साथ खजुराहो, कोणार्क आदि की शिल्पकला भी कामसूत्र से ही प्रेरित है। माना जाता है कि वात्स्यायन ने ब्रह्मचर्य और परम समाधि का सहारा लेकर कामसूत्र की रचना गृहगृस्थ जीवन के निर्वाहन के लिए की थी। आज दुनियाभर की बहुत सी भाषाओं में इस ग्रन्थ का ट्रांस्लेशन हो चुका है।
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गौरतलब हैं कि बीते कुछ दिनों पहले बजरंग दल से जुड़ा एक अन्य मामला भी सामने आया था। आरोप है कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कानपुर में एक मुस्लिम शख्स की पिटाई की उससे जबरन जय श्रीराम के नारे लगवाए थे। वहीं, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद का संगठन है, जोकि हिंदू धर्म से जुड़े मामलों को लेकर काफी आक्रमक रहता है। ऐसे में कई बार संगठन द्वारा कई मुद्दो को लेकर खुलकर विरोध-प्रदर्शन भी किया गया है।