कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बच्चों के लिए कोवोवैक्स वैक्सीन के तीसरे चरण के बैच को सेंट्रल ड्रग लेबोरेटरी (सीडीएल) कसौली से मंजूरी मिल गई है। अमेरिकी नोवावैक्स कंपनी की कोवोवैक्स वैक्सीन के तीसरे चरण के बैच पास कर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को भेजे गए हैं।
यह संस्थान इसी वर्ष वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर सकता है। पहले व दूसरे चरण में कंपनी ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। अब 18 साल से कम आयु वर्ग के बच्चों पर तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। यह वैक्सीन अन्य वैरियंट पर भी असरदार मानी जा रही है। कोवोवैक्स का टीका भी अन्य टीकों की तरह बाजू पर लगेगा।
इसमें स्पाइक नैनो पार्टिकल के साथ सोपबार्क के पौधे से लिए गए एक्सट्रैक्ट का मिश्रण होगा। इंजेक्शन लगने के साथ ही शरीर में रोग प्रतिरोधक तंत्र कोशिकाएं नैनो पार्टिकल को पहचान कर काम शुरू कर देंगी।
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सीडीएल कसौली के उप सहायक निदेशक डॉ. सुशील साहू ने बताया कि हाल ही में कोवोवैक्स के तीसरे चरण के बैच पास कर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को भेजे गए हैं। उल्लेखनीय है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को स्पुतनिक-वी के उत्पादन की मंजूरी भी मिल गई है। हालांकि, स्पुतनिक-वी के कोई भी बैच जांच के लिए नहीं पहुंचे हैं।