मध्य प्रदेश सरकार में बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों की मदद के लिए गए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा खुद फंस गए। मिश्रा को बाढ़ प्रभावित दतिया जिले के सर्वेक्षण के दौरान पता लगा कि नौ लोग एक छत पर फंसे हुए हैं, मिश्रा इसी क्षेत्र से विधायक हैं। जिसके बाद मिश्रा और एसडीआरफ की टीम लोगों तक पहुंच गए, इससे पहले कि मंत्री कुछ कर पाते उनके नाव का मोटर खराब हो गया।
Madhya Pradesh | An Indian Air Force helicopter today rescued 7 people stranded on the roof of a temple, near Seondha in Datia district, cut off due to overflowing Sind river. By the close of the day, 46 stranded people were evacuated: IAF pic.twitter.com/4YTJ8Nkn4J
— ANI (@ANI) August 4, 2021
थोड़ी देर में स्थानीय प्रशासन से संपर्क के बाद भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर को उन्हें और नौ अन्य को बचाने के लिए भेजा गया। सभी फंसे हुए लोगों को बचाने के बाद भारतीय वायुसेना के जवानों ने एक रस्सी को नीचे फेंका जिससे गृहमंत्री को ऊपर खींच लिया गया।
राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद एक्टिव मोड में हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दतिया-ग्वालियर रोड पर भारी बारिश के बाद ढह गए दो पुलों का भी जायजा लिय।
#WATCH | Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan also took stock of two collapsed bridges following heavy rains on Datia-Gwalior road, Datia during his aerial survey earlier in the day. pic.twitter.com/SatTecpboc
— ANI (@ANI) August 4, 2021
सीएम ने कहा कि सेना की टुकड़ियां लगातार चार सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित जिलों में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि चंबल नदी में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। भिंड और मुरैना जिलों में मदद के लिए सेना को बुलाया गया है। सीएम शिवराज ने बताया कि करीब 5 हजार लोगों को अब तक रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है।
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बाढ़ के हालात पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम आवास ऑफिस में बुधवार देर रात आपात बैठक की। इस बैठक में सीएस, पीएस गृह, पीएस मुख्यमंत्री, राजस्व, सीएमओ के अधिकारी मौजूद रहे। सीएम ने अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद देने के निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि खाने के साथ ही पानी, चाय, नाश्ता बाढ़ पीड़ितों को पहुंचाया जाए। साथ ही बाढ़ की वजह से फैलने वाली बीमारी को रोकने के लिए इंतजाम के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने बिजली और संचार व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की।