मुंबई। बॉलीबुड में राजेश खन्ना के बाद बतौर सोलो हीरो लगातार सात हिट फिल्में देने वाले आयुष्मान खुराना दूसरे कलाकार बन गए हैं। इसके साथ ही आयुष्मान ने अमिताभ बच्चन का बैक टू बैक छह हिट फिल्में देने का भी रिकॉर्ड दिया तोड़ है, हालांकि इन छह फिल्मों में से पांच में अमिताभ उस दौर के दूसरे बड़े सितारों के साथ थे। आयुष्मान की नई फिल्म बाला ने उनके करियर में अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग लेने का भी रिकॉर्ड बना लिया है।
हिंदी सिनेमा में आयुष्मान खुराना को नया नाम पारस पत्थर का मिला है। इन दिनों वह जिस फिल्म को भी छू रहे हैं वह बॉक्स ऑफिस पर हिट हो रही है। फिल्म ड्रीम गर्ल से लगातार हिट फिल्मों की डबल हैट्रिक लगाने के बाद उनकी नई फिल्म बाला ने भी बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कामयाबी दर्ज की है। बाला ने ओपनिंग के मामले में ड्रीम गर्ल के भी रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
इनके हौंसलों के आगे दुनिया के सर्वोच्च शिखर भी बने बौने
फिल्म इंडस्ट्री के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक फिल्म स्त्री से डेब्यू करने वाले नवोदित निर्देशक अमर कौशिक की फिल्म बाला ने पहले दिन 10 करोड़ 15 लाख रुपये की कमाई की। यह आयुष्मान की पिछली फिल्म ड्रीम गर्ल की पहले दिन की ओपनिंग 10 करोड़ पांच लाख रुपये से 10 लाख रुपये ज्यादा है। बता दें कि ड्रीमगर्ल और बाला की रिलीज के बीच काफी कम अंतर रहा और इसके बावजूद दोनों फिल्मों का हिट होना आयुष्मान के बॉक्स ऑफिस पर बढ़ते करिश्मे की निशानी मानी जा रही है।
इस बारे में आयुष्मान कहते हैं कि फिल्म बाला से हमने एक बहुत ही मजबूत और ठोस सामाजिक संदेश मनोरंजक तरीके से देने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि फिल्म ने पहले दिन से ही दर्शकों के साथ रिश्ता जोड़ लिया। मैं उम्मीद करता हूं कि ये फिल्म पूरे भारत का मनोरंजन करने में कामयाब रहेगी और यही वह बात है जिसके जरिए हम बाला में जो कुछ कहना चाह रहे हैं उसका असर होगा और हम सामाजिक सोच की दिशा बदल सकेंगे।
आयुष्मान खुराना ने फिल्म की कामयाबी का श्रेय बाला की पूरी टीम को दिया है। उन्होंने फिल्म की पूरी टीम ने एक अनूठे विषय पर भरोसा जताया और दिन रात मेहनत करके इसे एक सफल फिल्म बनाया।
राजेश खन्ना हिंदी सिनेमा के इकलौते सितारे हैं जिन्होंने सोलो हीरो के तौर पर 15 बैक टू बैक हिट फिल्में दी हैं। उनके बाद अमिताभ बच्चन ने 1979-80 में छह बैक टू बैक हिट फिल्में दीं। ये फिल्में हैं निर्देशक राकेश कुमार की फिल्म मिस्टर नटवरलाल, निर्देशक यश चोपड़ा की काला पत्थर, निर्देशक मनमोहन देसाई की सुहाग, निर्देशक राकेश कुमार की दो और दो पांच, निर्देशक राज खोसला की दोस्ताना और निर्देशक विजय आनंद की फिल्म राम बलराम। इनमें से सिर्फ मिस्टर नटवरलाल ही सोलो फिल्म है।