मोहनलालगंज सीट से भाजपा सांसद कौशल किशोर के पुत्र आयुष ने चार लोगों को षडयंत्र के तहत फंसाने के लिए अपने साले से खुद पर गोली चलवाई थी। पुलिस गिरफ्तार में आये आदर्श ने बताया कि उसके जीजा आयुष चंदन गुप्ता, मनीष जायसवाल, प्रदीप कुमार सिंह समेत दो अन्य लोगों को षडयंत्र के तहत फंसाना चाहते थे। हालांकि ये लोग कौन हैं और उनकी आयुष से क्या दुश्मनी है। इसकी जानकारी आदर्श नहीं दे सका है।
पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई लाइसेंसी रिवाल्वर आदर्श की निशानदेही पर आयुष के घर से ही बरामद कर ली है।
संदिग्ध परिस्थितियों में किशोर लापता
रिवाल्वर किसकी है और किसके नाम लाइसेंस है, पुलिस इसकी भी जानकारी जुटाने के लिए बुधवार देर रात जुटी रही। हलांकि इस वारदात को पारिवारिक कलह से भी जोड़कर देखा जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान सांसद कौशल किशोरी करोना पॉजिटिव हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था। इस दौरान आयुष ने अपने परिवार का विरोध करते हुए अपने से उम्र में 2 वर्ष बड़ी युवती से विवाह कर लिया था। डिस्चार्ज होकर घर लौटे सांसद कौशल किशोर का विवाह को लेकर आयुष से विवाद हुआ था। तब से ही आयुष मड़ियांव के छठा मिल इलाके में किराये पर रह रहा था। कौशल किशोर ने अपने बयान में यह भी कहा है कि आयुष अपनी पत्नी से परेशान था। उसका पत्नी से पिछले काफी समय से विवाद चल रहा था।
एक बार आयुष ने अपने पिता से खुदखुशी करने की भी बात कही थी। हालांकि मामले में अभी कई पंच हैं। माना यह भी जा रहा है कि व्यवसायिक कारणों से भी आयुष ने खुद पर गोली चलवाई है। डीसीपी उत्तरी रईस अ तर ने बताया कि आयुष के बयान दर्ज कराने के बाद ही कई पहलुओं के खुलासे हो पायेगें। उधर छठा मिल चौकी इंचार्ज राधेश्याम मौर्य ने आदर्श और सांसद के पुत्र आयुष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। चौकी इंचार्ज खुद ही मामले में शिकायतकर्ता बने हैं। रिपोर्ट में आरोपितों के खिलाफ पुलिस को गुमराह करना, धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमें दर्ज किए गए हैं।