गुजरात: गुजरात (Gujarat) के विधायक जिग्नेश मेवाणी (MLA Jignesh mevani) , एक दलित नेता और राजनीतिक दल राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के संयोजक, को असम पुलिस (Assam Police) ने गुजरात के पालनपुर (Palanpur) में एक सर्किट हाउस से बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है। मेवाणी को कल रात में ही पुलिस उन्हें अहमदाबाद लेकर गई और वहां से आज यानी गुरुवार तड़के सुबह ही असम लेकर चली गई। मेवानी की गिरफ्तारी के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं है।
जिग्नेश मेवाणी विधानसभा के सदस्य या गुजरात के वडगाम से विधायक हैं। वह एक वकील-कार्यकर्ता और पूर्व पत्रकार हैं। वह एक निर्दलीय विधायक हैं, लेकिन उन्होंने पूर्व में 2021 में कांग्रेस को समर्थन दिया है। मेवाणी टीम का कहना है कि उन्हें अभी तक प्राथमिकी या पुलिस मामले की प्रति प्राप्त नहीं हुई है।असम पुलिस ने आज उन्हें अहमदाबाद से गुवाहाटी ले जाने की योजना बनाई है।
असम पुलिस ने गुजरात के विधायक युवा नेता श्री जिग्नेश मेवानी को रात 11:30 बजे हिरासत में लेकर 21/04 अहमदाबाद एरपोर्ट से सुबह 4 बजे असम ले जा रहे है में उनसे एरपोर्ट में मिला । और जल्द से जल्द उन्हें न्याय दिलाने का वादा किया। @jigneshmevani80 pic.twitter.com/TDC5HPt4Vb
— Jagdish Thakor (@jagdishthakormp) April 20, 2022
यह भी पढ़ें: हर माह 21 तारीख को स्वास्थ्य केन्द्रों पर मनाया जाता है खुशहाल परिवार दिवस
जिग्नेश मेवाणी, विधान सभा के सदस्य या गुजरात के वडगाम से विधायक एक वकील-कार्यकर्ता और पूर्व पत्रकार हैं। वह एक निर्दलीय विधायक रहे हैं लेकिन उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दिया है। मेवाणी के सहयोगी सुरेश जाट के अनुसार मेवानी को आईपीसी की धारा-153ए के तहत प्राथमिकी दर्ज होने के तुरंत बाद गिरफ्तार किया गया, जो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने से संबंधित अपराधों से जुड़ी हुई है। यह प्राथमिकी असम के कोकराझार थाने में दर्ज कराई गई थी।