आशुतोष टंडन (Ashutosh Tandon) नगर विकास मंत्री ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान के दृष्टिगत अतिवृष्टि से निपटने एवं नगरीय क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई व्यवस्था एवं जल निकासी की समुचित व्यवस्था हेतु सख्त दिशा निर्देश निर्गत किए हैं। सभी नगर निगम, जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों को प्रभावी तरीके से उक्त स्थिति से तत्परता के साथ निपटने के निर्देश दिए हैं।
नगरीय निकायों में जल निकासी की उचित व्यवस्था कराई जाए तथा आवश्यकतानुसार पम्मपसेट आदि का प्रयोग किया जाए । अतिवृष्टि से गिरे पेड़ों को त्वरित कार्यवाही कर हटाया जाए। सीवर लाइन एवं पानी की पाइप लाइन की चेकिंग की जाए तथा किसी भी प्रकार की लीकेज अथवा ब्रेकेज को तत्काल प्रभाव से सुधारा जाए, मरम्मत के दौरान उक्त इलाके में वैकल्पिक पैयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
जिन नगरों में वन सिटी वन ऑपरेटर के तहत कंपनियां कार्यरत हैं वे सुनिश्चित करें कि सीवर लाइन क्षतिग्रस्त न हों। जल संस्थान व निकाय के अधिकारी यह सुन्शिचित करें कि पेयजल की आपूर्ति उनके क्षेत्र में सुचारू रूप से हो सके और जहां हैंडपंप से पेयजल की सप्लाई हो रही है वहां प्रत्येक घर को क्लोरीन की टेबलेट उचित मात्रा में उपलब्ध कराई जाए। नगरीय निकाय तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम यूज़र एण्ड प्वाइंट पर जल का ओ0टी0 टेस्ट, वायरोलॉजिकल, बैक्टीरियोलॉजिकल एवं कैमिकल एनालिसिस भी करें।
अतिवृष्टि की संभावना के दृष्टिगत आगामी तीन दिनों तक नगरीय निकायों , जल संस्थान एवं जल निगम कर्मचारियों के अवकाश निरस्त कर दिये गये है एवं आगामी तीन दिनों तक अवकाश स्वीकृत किये जाने पर रोक लगायी गयी है। जल भराव, पेड़ गिरने, प्रकाश व्यवस्था तथा यातायात व्यवस्था एवं शुद्ध पेयजल की आपूर्ति से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत के त्वरित निवारण के लिए 24*7 कंट्रोल रूम तथा डैडिकेटेड गैंग सभी स्थानीय निकायों में सक्रिय हैं।
लखनऊ नगर निगम में सभी 48 बाढ़ पम्पिंग स्टेशन अनवरत कार्य कर रहे है। इसके अतिरिक्त जलनिकासी हेतु 100 से अधिक अलग-अलग क्षमता के पम्पिंग सेट लगाते हुए उन पर मैनपावर लगायी गयी है। वृक्षपातन के दृष्टिगत अलग हार्टिकल्चर गैंग लगाते हुए उन्हे त्वरित रूप से मार्गो से हटाने का कार्य किया जा रहा है।
नगर विकास मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिये है कि जनता की जलनिकासी, जलपलावन, जलापूर्ति आदि समस्या को गम्भीरता से लेते हुए त्वरित निस्तारण किया जाये। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी।