लखीमपुर हिंसा। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मुख्य आरोपित केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू शनिवार सुबह 10:45 पर क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए। आशीष स्कूटी से पुलिस लाइन पहुंचा।
जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच की ओर से दी गई 11 बजे की डेडलाइन से करीब 22 मिनट पहले 10.38 बजे ही आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया। क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पुलिस महकमे के आला अधिकारी और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की टीम भी पहले से ही मौजूद थी। आशीष मिश्रा से पूछताछ शुरू हो गई है। आशीष मिश्रा के साथ उनके वकील और अजय मिश्रा टेनी के प्रतिनिधि भी अंदर मौजूद हैं। आशीष से मजिस्ट्रेट के सामने कलमबंद बयान दर्ज किया जा रहा है।
एविडेंस के साथ पहुंचा आशीष
आशीष अपने साथ दर्जन भर लोगों के हलफनामे लेकर पहुंचा है जिनमें ये कहा गया है कि वे दंगल में थे, घटनास्थल पर नहीं। आशीष अपने साथ इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस लेकर भी पहुंचा है।
पुलिस लाइन में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
आशीष की जांच दल के सामने पेशी को लेकर पुलिस लाइन में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने आशीष मिश्रा की पेशी को देखते हुए पुलिस लाइन को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा ऐसी कि परिंदा भी पर ना मार सके।
निष्पक्ष जांच होगी- अजय मिश्रा
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी अपने बेटे आशीष मिश्रा को निर्दोष बता रहे है। लखीमपुर हिंसा मामले के चलते दिल्ली से लखनऊ और लखनऊ से लखीमपुर पहुंचे अजय मिश्रा ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि मामले में निष्पक्ष जांच होगी।
गौरतलब है कि आशीष के नेपाल भागने की भी चर्चा थी। आशीष के पिता और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी खुद सामने आए थे और कहा था वो कहीं नहीं गया है। आशीष साक्ष्यों के साथ जांच टीम के सामने पेश होगा।
घर पर लगा दूसरा नोटिस
लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में दर्ज हुई हत्या की रिपोर्ट के मुख्य आरोपित केन्द्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र मोनू के घर गुरुवार देर शाम पुलिस ने नोटिस चस्पा की थी जिसमें उनको शुक्रवार को पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष तलब किया गया था लेकिन, मोनू नहीं आया। शुक्रवार को फिर एक नोटिस उनके घर में चस्पा की गई है, जिसमें शनिवार को 11 बजे पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष तलब किया गया था।
पुलिस के बड़े अधिकारियों से संकेत मिले थे कि अगर शनिवार को भी मोनू क्राइम ब्रांच की टीम के साथ पूछताछ के लिए नहीं पहुंचता तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी थी।
दोषी को बख्शा नहीं जाएगा- ब्रजेश पाठक
इस बारे में उत्तर प्रदेश के कानून एवं विधि मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध व अपराधी को लेकर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। मंत्री पाठक ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कह दिया है कि सिर्फ आरोप पर किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसको किसी भी कीमत पर राहत भी नहीं दी जाएगी। किसी भी मामले को सरकार रफा-दफा नहीं किया जा रहा है। सभी तथ्यों की जांच हो रही है और जो दोषी जांच में सामने आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में हिंसा भड़क उठी थी। लखीमपुर खीरी की हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर किसानों की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में आशीष मिश्रा पर आरोप लगाया है कि किसानों पर गाड़ी चढ़ाई। अजय मिश्रा टेनी ने बचाव करते हुए दावा किया था आशीष वहां नहीं था।