लखनऊ: आगामी 13 जुलाई दिन बुधवार को आषाढ़ पूर्णिमा (Ashadh Purnima) है और इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा की जाती हैं। आषाढ़ पूर्णिमा (Ashadh Purnima) के दिन वेद व्यास जी का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन व्यास जयंती मनाते हुए पूजा की जाती हैं। इस दिन गुरुजनों की पूजा करने का विधान है। व्यास जी ने वेदों का विभाजन किया, पुराणों की रचना की, इस वजह से आषाढ़ पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) मनाते हैं। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पाप नष्ट होते और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
आषाढ़ पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 12 जुलाई, मंगलवार, शाम 06:30 बजे से 13 जुलाई, बुधवार, दोपहर 02:36 बजे पर समापन होगा।
इन्द्र योग: 13 जुलाई, दोपहर 12:45 बजे तक
चन्द्रोदय समय: 13 जुलाई, शाम 07:20 बजे
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आषाढ़ पूर्णिमा स्नान-दान मुहूर्त
आषाढ़ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करके दान करें। इन्द्र योग को धार्मिक कार्यों की दृष्टि से शुभ माना जाता है। इस दिन भद्रा सुबह 05 बजकर 32 मिनट से दोपहर 02 बजकर 04 मिनट तक है। इस दिन का राहुकाल दोपहर 12 बजकर 27 मिनट से दोपहर 02 बजकर 10 मिनट तक है।