असम-मिजोरम के बीच सीमा विवाद को लेकर जारी तनातनी बरकरार है, कोई भी राज्य पीछे हटने को तैयार नहीं है.इसी बीच मिजोरम सरकार असम सीएम हिमंत बिस्व सरमा के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस लेने का विचार कर रही है। मिजोरम के सीएम जोरमथंगा ने कहा, उन्हें इसकी जानकारी नहीं कि हिमंत के खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
वहीं दूसरी तरफ हिमंत बोले वह किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं, मिजोरम पुलिस जहां कहेगी मैं वहां पहुंच जाऊंगा। पिछले दिनों मिजोरम के सीएम ने कहा था कि हिमंत हमारे भाई जैसे हैं, इस विवाद को हम जल्द ही शांति से बैठकर सुलझा लेंगे। चुआंगो ने कहा कि वे संबंधित पुलिस अधिकारियों से बातचीत करेंगे और अगर उनके खिलाफ आरोप लगाने के वैध आधार नहीं हैं तो असम के मुख्यमंत्री का नाम हटाया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्राथमिकी दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों से बातचीत करूंगा और अगर कोई कानूनी आधार नहीं है तो हम असम के मुख्यमंत्री का नाम हटाएंगे। ’’ साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस बात से अनभिज्ञ हैं कि सरमा के खिलाफ आपराधिक मामला कब दर्ज किया गया।
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मुख्य सचिव ने हालांकि यह नहीं बताया कि असम के छह अधिकारियों और 200 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे अथवा नहीं। गौरतलब है कि मिजोरम और असम के बीच संघर्ष के बाद मिजोरम पुलिस ने सरमा एवं छह अधिकारियों के खिलाफ हत्या के प्रयास एवं आपराधिक षड्यंत्र सहित विभिन्न आरोपों में वायरेंगटे थाने में 26 जुलाई की रात प्राथमिकी दर्ज की। दोनों पूर्वोत्तर राज्यों के बीच सीमा विवाद को लेकर हुए संघर्ष में छह पुलिसकर्मियों सहित सात लोग मारे गए थे।