लद्दाख: मेड इन इंडिया इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स (Infantry Combat Vehicles) को लद्दाख (Ladakh) में अग्रिम क्षेत्रों में शामिल किया गया है जिससे वहां तैनात सैनिकों की क्षमताओं को बढ़ाया जा सके। उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने व्यक्तिगत रूप से नया वाहन चलाया और कहा कि इन लड़ाकू वाहनों से क्षेत्र के कठोर इलाकों में आसानी से चलाया जा सकता है।
उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, “कोई भी वाहन आसानी से चला सकता है और चालक उससे 1800 मीटर दूर देख सकता है। इस पर लगे हथियार को अंदर से नियंत्रित किया जा सकता है।” इन्फैंट्री प्रोटेक्टेड मोबिलिटी व्हीकल्स (आईपीएमवी) नाम के वाहनों को इस साल अप्रैल में भारतीय सेना को दिया गया था और पहाड़ी इलाकों में लद्दाख क्षेत्र में परीक्षण और परीक्षण किया गया है।
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इन इन्फैंट्री प्रोटेक्टेड मोबिलिटी व्हीकल्स (आईपीएमवी) को संयुक्त रूप से रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन और टाटा समूह द्वारा विकसित किया गया है।