नई दिल्ली। भारतीय सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान को अपनी कथनी और करनी का बीच का अंतर पाटना ही होगा। पाकिस्तान आखिर चीन के सहारे कब तक अपनी खैर मनाता रहेगा? फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) का दबाव उस पर लगातार बढ़ता जा रहा है, ऐसे में संभल जाने में ही उसकी भलाई है।
Army Chief General MM Naravane on the effect of FATF plenary in Paris on Pakistan activities in Kashmir: China has also realised that they cannot back their all-weather friend (Pakistan) all the time. (1/2) pic.twitter.com/KcmzHxOH10
— ANI (@ANI) February 20, 2020
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 15-20 आतंकवादी शिविर
सेना प्रमुख ने हाल में एफएटीएफ की ओर से अपने पूर्ण सत्र में पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बातें कही है। उन्होंने कहा कि हमें इनपुट मिलते रहते हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 15-20 आतंकवादी शिविर हैं। जहां हर समय करीब 250-350 आतंकवादी मौजूद रहते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह आंकड़ा कम या ज्यादा हो सकता है।
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सेना प्रमुख ने कहा कि यदि एफएटीएफ की ओर से पाकिस्तान पर लगातार और दबाव बढ़ाया जाता रहा तो उसे अपनी कथनी और करनी पर दोबारा विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों में कमी आने में एफएटीएफ को उन्होंने एक प्रमुख कारक भी बताया है।
पाकिस्तान के खिलाफ एफएटीएफ की कार्रवाई से चीन ने भी महसूस कर लिया है कि हर समय अपने इस मित्र का बचाव नहीं कर सकता है
नरवणे ने कहा कि पेरिस में हुई पाकिस्तान के खिलाफ एफएटीएफ की कार्रवाई से चीन ने भी महसूस कर लिया है कि हर समय अपने इस मित्र (पाकिस्तान) का बचाव नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमें इनपुट मिलते रहे हैं। हम बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) कार्रवाई कर पाकिस्तानी सेना की ओर से आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की किसी भी नापाक हरकत को तुरंत नाकाम करने में सक्षम हैं।
Army Chief,Gen MM Naravane:The proposed Thal Sena Bhawan will bring all Army HQ offices under one roof thereby improving working efficiency,while reducing carbon footprint&logistics requirements. It will also allow more family time for all soldiers tenating peace posting at Delhi pic.twitter.com/vBZh32OgeJ
— ANI (@ANI) February 20, 2020
सैनिकों को परिवार का माहौल देगा थल सेना भवन
सेना प्रमुख ने प्रस्तावित थल सेना भवन को लेकर कहा कि थल सेना भवन सेना के मुख्यालय के सभी दफ्तरों-कार्यालयों को एक छत के नीचे लाने में प्रभावी होगा। ताकि कार्य कुशलता में सुधार होने के साथ कार्बन फुटप्रिंट और लॉजिस्टिक की आवश्यकताओं में कमी आएगी। यह शांति काल में दिल्ली में कार्यरत हमारे सभी सैनिकों को एक पारिवारिक माहौल प्रदान करेगा।