नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे लद्दाख सेक्टर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। वहां वो सर्दियों से लद्दाख सीमा पर सुरक्षा के हालात की समीक्षा करेंगे। इस बात की जानकारी शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत हेडक्वाटर के अतिरिक्त जन सूचना महानिदेशालय ने दी। अपनी यात्रा के दौरान, नरवणे लद्दाख सेक्टर में मौजूदा सुरक्षा स्थिति और परिचालन तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
वह सेक्टर में तैनात जवानों से भी बातचीत करेंगे। भारतीय सेना ने अपने एक ट्वीट में कहा, जनरल एमएम नरवणे सीओएएस मौजूदा सुरक्षा स्थिति और परिचालन तैयारियों की समीक्षा के लिए लद्दाख सेक्टर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। एमएम नरवणे सबसे कठिन इलाके और मौसम की स्थिति में तैनात सैनिकों के साथ भी बातचीत करेंगे।
काफी महत्वपूर्ण है ये दौरा
वहीं दूसरी तरफ नरवणे का ये दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दरअसल सर्द के मौसम में तेज बर्फबारी होने के कारण लद्दाख का कई हिस्सा देश के अन्य हिस्सों से कट जाता है। ऐसे में भारत-चीन सीमा पर तैनात भारतीय जवानों का उत्साह बढ़ाने और ठंड में भी सरहद पर डटे रहकर भारत की रक्षा के लिए सेना प्रमुख अपने प्रवास के दौरान उन कठिन इलाकों में जाकर वहां तैनात सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे। उनका उत्साह भी बढ़ाएंगे।
चीन के बीच हालात तनावपूर्ण
मालूम हो कि फिलहाल भारत और पड़ोसी देश चीन के बीच हालात तनावपूर्ण चल रहे हैं। पिछले साल ही कोविड महामारी के दौरान चीन ने कई दफा पूर्वी लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश की थी। वहीं अप्रैल महीने के आखिर में चीन की सेना ने गलवान घाटी में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर दी थी। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच फायरिंग और हिंसक-झड़पें भी हुई थीं। इसमें चीन के करीब 20 सैनिकों की मौत होने की खबर आई थी। हालांकि, कुछ भारतीय जवान भी शहीद हो गए थे।