नई दिल्ली। हैदराबाद रेप कांड से आहत दिल्ली की एक लड़की शनिवार सुबह से सात बजे संसद के बाहर धरने पर बैठ गई। यह महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रदर्शन कर रही थी। वह कह रही है कि मुझे सरकार ने बात करनी है।
दिल्ली पुलिस अनु दुबे को जबरन उठाकर संसद थाने में ले गई, मामला तूल पकड़ता देख अब पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया
हालांकि उसके कुछ ही देर बाद दिल्ली पुलिस अनु दुबे को जबरन उठाकर संसद थाने में ले गई। इसके बाद लड़की को लगभग चार घंटे तक वहां रखा। मामला तूल पकड़ता देख अब पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया है। लड़की कह रही है कि ये विरोध सिर्फ हैदराबाद वाले मामले के खिलाफ नहीं है बल्कि दुष्कर्म के सभी मामलों के खिलाफ और महिला सुरक्षा के लिए है।
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जानें अनु क्यों कर रही है प्रदर्शन ?
लड़की ने महिलाओं और लड़कियों से अपील भी कि है कि अगर आपके साथ कुछ गलत हो रहा है। तो आप मुझे बताइए मैं आपके लिए प्रदर्शन करूंगी। उसका कहना है कि वह देश में लगातार दुष्कर्म के मामले देख-देख कर थक गई थीं इसलिए अब प्रदर्शन करने को मजबूर हुई हूं।
Delhi: Anu Dubey, a young woman, who was protesting near Parliament over atrocities against women was detained by Police earlier today. A team from Delhi Commission for Women has reached the police station. Police has now released her from detention. pic.twitter.com/zqk3SED4mY
— ANI (@ANI) November 30, 2019
जाओ कर लो मंदिर-मस्जिद की बात
गिरफ्तारी से पहले एक न्यूज चैनल ने अनु से बात की तो उन्होंने कहा कि हैदराबाद में वह जली है, कल मैं भी जलूंगी लेकिन मैं लड़ूंगी। उन्होंने ये कहा कि बस अब डरने का मन नहीं करता। क्या मेरा भी बाकियों जैसा हाल होगा? नहीं करना मुझे अब कोई नाटक-नौटंकी। जाओ कर लो बात मंदिर-मस्जिद की। बड़े लोग हो आप, हम छोटे लोगों को बस खुल के सांस लेने दो। कुछ दिन पहले मैं बाइक के साइलेंसर से जल गई थी, बहुत दर्द हुआ। अब जब तुम्हारे बारे में सुना तो रुकने का मन नहीं करता।
महिला आयोग ने जांच समिति गठित की
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस नृशंस हत्याकांड के लिए जांच समिति का गठन कर दिया है। चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि आयोग दोषियों को सजा दिलाने में कोई कसर बाकी नहीं रखेगा। आयोग ने उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है जिन्होंने पीड़िता के पिता की मदद करने से इंकार कर दिया था।
गृहराज्य मंत्री बोले-दोषियों का हो सामाजिक बहिष्कार
गृहराज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह तेलंगाना सरकार के संपर्क में हैं। ताकि दोषियों को मृत्युदंड दिलवाया जा सके। उन्होंने कहा कि मामले में लिप्त लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए और किसी वकील को उनका मुकदमा नहीं लड़ना चाहिए।
सोशल मीडिया में आया उबाल
इस घटना के सामने आने के बाद से पूरे देश में आक्रोश फैल गया। लोगों ने ट्विटर, फेसबुक जैसे माध्यमों से अपनी नाराजगी प्रकट की। इनमें केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, खिलाड़ी साइना नेहवाल जैसे बड़ी हस्तियां भी शामिल हैं। ट्विटर पर टॉप तीन ट्रेंड इस मामले को लेकर रहे।
स्वाति मालिवाल ने बताया पुलिस ने अनु की पिटाई
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने बताया कि वह अनु से मिलीं। उसने बताया कि पुलिस ने उसके साथ कैसी बर्बरता की है? अनु ने स्वाति को बताया कि थाने में मौजूद एक बिस्तर पर उसे धकेला गया और तीन महिला हवलदारों ने उसके ऊपर चढ़कर उसे पीटा और धमकाया। पुलिस ने उससे लिखित में ये लिया है कि अब वह संसद के बाहर प्रदर्शन नहीं करेगी। पुलिस अनु का मेडिकल कराने ले गई है।