लखनऊ। उत्तर प्रदेश नगर विकास विभाग द्वारा प्रदेश की नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें नगरों के सर्वांगीण विकास एवं ईज ऑफ लाइफ पर विस्तृत चर्चा की गई।
नगर विकास मंत्री एके. शर्मा (AK Sharma) ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सभी 756 नगर निकायों की रैंकिंग कराने के निर्देश दिए हैं।
कार्यशाला में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात (Amrit Abhijat) ने कहा कि शहरों के व्यवस्थित विकास तथा योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए यह कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने ट्रिपल-सी (कॉम्पीटेंस, कॉलैबुरेशन, कंसीव) और वन-टी (टेक्नालॉजी) का फार्मूला दिया। कहा कि विगत 20 वर्षों में काफी कुछ बदलाव हुआ है। नगरीकरण एवं औद्योगीकरण के कारण विकास को गति मिली है।
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तकनीक का बेहतर प्रयोग करके इसमें और गति लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए अनुशासनबद्ध होकर क्रांतिकारी कदम उठाते हुए कार्यों को करना है। मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में नगरीय क्षेत्रों का सीमा विस्तार हो रहा है और सरकार का पूरा ध्यान नगरों के विकास पर केन्द्रित है।
कार्यशाला में सचिव नगर विकास अनिल कुमार एवं रंजन कुमार, विशेष सचिव, निदेशक सूडा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं विशेष प्रोग्राम के समन्वयक उपस्थित थे।