केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) आज असम में अलग-अलग जनसभाएं करेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) बिश्वनाथ और गोलाघाट जिलों में चार रैलियों को संबोधित करेंगे।
सिंह (Rajnath Singh) की इनमें से दो रैलियां गोहपुर में चाय बागानों में होगी। गोहपुर एक ऐतिहासिक स्थान है, जो भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ा हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री एक रैली बिश्वनाथ निर्वाचन क्षेत्र के तहत सदरु टी एस्टेट में और एक अन्य रैली डेफलाघुर टी एस्टेट में संबोधित करेंगे। इस क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार प्रमोद बोर्थाकुर चुनाव लड़ रहे हैं।
सिंह (Rajnath Singh) की तीसरी रैली गोहपुर में भाजपा उम्मीदवार उत्पल बोरा के लिए होगी, जो असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य रिपुन बोरा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
रक्षा मंत्री (Rajnath Singh) गोलाघाट जिले के डेरगांव में एक रैली को संबोधित करेंगे, जहां वह असम में भाजपा के सहयोगी अगप उम्मीदवार भाबेंद्र नाथ भराली के लिए प्रचार करेंगे।
सिंह (Rajnath Singh) के अगले एक महीने में राज्य की अपनी कई यात्राओं के दौरान बड़ी संख्या में रैलियों को संबोधित करने की उम्मीद है।
शाह खड़गपुर में करेंगे रोड शो
उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) विधानसभा चुनावों के मद्देनजर रविवार से असम और पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगे, जहां वह जनसभाओं के संबोधित करने के अलावा अन्य राजनीतिक कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि शाह (Amit Shah) रविवार को असम के मार्गरीटा और नाजिरा में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे. इसके बाद वह बंगाल रवाना हो जाएंगे और शाम के समय खड़गपुर में रोड शो करेंगे। असम विधानसभा की 126 सीटों के लिए तीन चरणों में 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को मतदान होगा।
सोमवार को गुवाहाटी जाएंगे शाह
सोमवार को शाह (Amit Shah)पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम और रानीबंद में जनसभाओं को संबोधित करेंगे और फिर गुवाहाटी रवाना हो जाएंगे। वहां पर वह टाउन हॉल कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा पश्चिम बंगाल में पार्टी के उन 129 कार्यकर्ताओं के परिवारों से भी मुलाकात कर सकते हैं, जो बीते पांच साल में कथित रूप से राजनीतिक हिंसा में मारे गए हैं।
भाजपा हिंसा के लिये सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार बताती रही है।
सूत्रों ने कहा कि दोनों नेता आने वाले दिनों और सप्ताहों में छोटे-छोटे समूहों में इन परिवारों से मुलाकात करेंगे।
सूत्रों ने कहा कि शाह पार्टी के 86 मृत कार्यकर्ताओं के परिवारों के सदस्यों से मुलाकात करेंगे जबकि नड्डा शेष परिवारों से मिलेंगे।