लखनऊ। अलकायदा आतंकियों (Al Qaeda terrorist) के मामले में जांच कर रही यूपी एटीएस (ATS) ने रविवार राजधानी के हसनगंज थाना क्षेत्र स्थित खदरा के तीन युवकों से काफी देर तक पूछताछ की।
इन तीनों को एटीएस (ATS) ने मुख्यालय में बुलवाया था। करीब चार घंटे तक हुई पूछताछ में इनसे मिनहाज से सम्पर्क और उसके पास मिली पिस्टल के बारे में सवाल जवाब किये जाते रहे। इसके बाद तीनों को शहर से बाहर न जाने की चेतावनी देकर जाने दिया गया। ये तीनों युवक मिनहाज की दुकान पर अक्सर बैठते थे।
बताया जा रहा है कि अलकायदा आतंकी मिनहाज की कॉल डिटेल में इन तीन युवकों की भी तीन-चार बार बात होने की जानकारी मिली है। पहले ये लोग शक के दायरे में नहीं थे, लेकिन जब चार दिन बाद कॉल डिटेल के आधार पर एटीएस ने सबसे सम्पर्क करना शुरू किया तो सामने आया कि मिनहाज की गिरफ्तारी के बाद से ही इन तीनों के मोबाइल स्विच आॅफ है। इसके अलावा गिरफ्तारी के बाद इनकी लोकेशन दुबग्गा के पास भी मिली थी। इस पर एटीएस ने कॉल डिटेल से इनके घर वालों का पता कर तीनों से सम्पर्क किया। फिर इन्हें एटीएस मुख्यालय बुलाया।
एटीएस के बुलाने पर रविवार को तीनों रविवार को एटीएस मुख्यालय पहुंचे। पूछताछ के दौरान तीनों युवक मिनहाज के साथ आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने से इनकार करते रहे। एटीएस को भी उनके खिलाफ सुबूत हाथ नहीं लगे। इन लोगों ने बताया कि डर की वजह से उन लोगों ने मोबाइल बंद कर लिये थे लेकिन वह लोग घर पर ही रहे और भागे नहीं। एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि इसमें एक युवक वर्कशाप, दो एक निजी कम्पनी में काम करते हैं। ये लोग खदरा में मिनहाज की दुकान से बैट्री खरीदने के दौरान उसके सम्पर्क में आये थे और अपने परिचितों को बैट्री दिलाने के लिये ही कभी-कभी उसे फोन कर लेते थे।