लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में मंगलवार को कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में कार्य परिषद की 36 वीं बैठक आयोजित की गयी।
कार्य परिषद की 36 वीं बैठक में लिए गये निर्णय
बैठक के दौरान विवि में छात्र-छात्राओं की समस्याओं के निराकरण के लिए लोकपाल की नियुक्ति किये जाने का निर्णय लिया गया। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के निर्देश के अनुपालन की अनुशंसा में संस्थान स्तर संस्थान द्वारा छात्र-छात्राओं की समस्याओं के निराकरण के लिए एसजीआरसी का गठन किया जायेगा। एसजीआरसी के निर्णयों के विरुद्ध छात्र-छात्राएं विवि द्वारा नियुक्त किये जाने वाले लोकपाल के पास अपील कर सकेंगे।
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लोकपाल, सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश (डिस्टिक जज) अथवा सेवानिवृत्त कुलपति अथवा प्रोफ़ेसर (जिन्होंने डीन, विभागाध्यक्ष के रूप में कार्य किया हो तथा राज्य,केंद्रीय विवि व प्रतिष्ठित संस्थान में प्रोफ़ेसर के रूप में 10 वर्ष कार्य का अनुभव) को नामित किया जायेगा।
टीईक्यूआईपी-थ्री परियोजना में विवि ने पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया
बैठक के दौरान अवगत करवाया गया कि टीईक्यूआईपी-थ्री परियोजना में विवि ने पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। विवि के प्रतिकुलपति प्रो विनीत कंसल ने बताया कि सोमवार को टीईक्यूआईपी की हुयी समीक्षा बैठक में यह जानकारी साझा की गयी कि एकेटीयू टीईक्यूआईपी-थ्री परियोजना में देश में सबसे बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। साथ ही वह देश टीईक्यूआईपी-थ्री परियोजना से वर्तमान लाभान्वित हो रहे संस्थानों में सबसे श्रेष्ठ है।
बैठक में उप्र. सचिव प्राविधिक शिक्षा अवध किशोर, सीसीएसयू, मेरठ के प्रो. ह्रदय शंकर सिंह, एमएमएमयूटी, गोरखपुर के प्रो. गोविन्द पाण्डेय, विवि के कुलसचिव नन्द लाल सिंह, वित्त अधिकारी जीपी सिंह, आईईटी के निदेशक प्रो. एचके पालीवाल, सीएएस के निदेशक प्रो. मनीष गौड़, यूपीआईडी, नोएडा के निदेशक प्रो. वीरेन्द्र पाठक, आरईसी, बांदा के निदेशक प्रो. एसपी शुक्ला सहित समस्त सदस्य उपस्थित रहे।