लखनऊ: Akshaya Tritiya, अक्ति या आखा तीज वैशाख मास (Vaishakh month) में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किए जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। इसी कारण इसे Akshaya Tritiya कहा जाता है। वैसे तो सभी बारह महीनों की शुक्ल पक्षीय तृतीया शुभ होती है, किन्तु वैशाख माह की तिथि स्वयंसिद्ध मुहूर्तो में मानी गई है। इस साल Akshaya Tritiya 3 मई को पड़ रहा है।
Akshaya Tritiya के पर्व का बहुत महत्व
आपको बता दें कि अक्षय तृतीया के पर्व का बहुत महत्व होता है। कुछ खरीदने और इस दिन को मनाने के लिए सोने की दुकानों के बाहर लंबी लाइने दिखती हैं। एक दर्शनीय उत्साह Akshaya Tritiya को भगवान श्री कृष्ण से भी जोड़ा जाता है। श्री कृष्ण ने पूरे मन से उनके विनम्र प्रसाद को स्वीकार किया और अपने मित्र पर धन की वर्षा की। इसलिए, ये वह दिन है जब सुदामा का भाग्य बदल गया और वह एक धनी व्यक्ति बन गए थे।
ज्योतिष परिषद और शोध संस्थान अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अक्षय तृतीया पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस साल यह पर्व ज्यादा खास होने वाला है। अक्षय तृतीया पर खरीदारी के लिए अबूझ मुहूर्त के साथ तीन राजयोग भी बन रहे हैं।
Akshaya Tritiya का महत्व
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन शुभ कार्य, दान-पुण्य, स्नान, पूजा और तपस्या करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस दिन सोने-चांदी के आभूषण खरीदने की भी परंपरा है। इस दिन सोना-चांदी खरीदकर घर लाने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इसके अलावा, आप वाहन या मकान जैसी चीजों की भी खरीदारी कर सकते हैं।
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Akshaya Tritiya पर तीन राजयोग
ज्योतिष परिषद और शोध संस्थान अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस दिन सुखों के प्रदाता शुक्र अपनी उच्च की राशि मीन में रहकर मालव्य राजयोग का निर्माण करेंगे। वहीं, गुरु के मीन राशि में होने से हंस राजयोग और शनि के अपने घर में होने से शश राजयोग बनेगा। अक्षय तृतीया पर ग्रहों की ऐसी स्थिति बहुत शुभ मानी जा रही है। ऐसे अबूझ मुहूर्त में आप किसी भी समय मांगलिक कार्य कर सकते हैं। सोना, चांदी, घर, जमीन, दुकान, वाहन या प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं।