लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने और प्रयागराज जाने की परमिशन न मिलने के बाद सूबे की राजनीति में एक बार फिर उबाल आ गया है. जहां एक तरफ सपा कार्यकर्ता प्रदर्शन पर उतारू हो गए हैं तो दूसरी तरफ बसपा सुप्रीमो मायावती भी अखिलेश के समर्थन में आ गई हैं। उन्होंने कहा सपा-बसपा गठबंधन से बीजेपी इतनी ज्यादा डरी और बौखलाई हुई है कि उन्हें अपनी राजनीतिक गतिविधि व पार्टी प्रोग्राम करने पर भी रोक लगाने पर वह तुल गई है। ऐसी आलोकतंत्रिक कार्रवाईयों का डट कर मुकाबला किया जायेगा।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय व बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक।
— Mayawati (@Mayawati) February 12, 2019
ये भी पढ़ें :-दिल्ली में करोलबाग के एक होटल में लगी आग में 17 की मौत,मृतकों को 5 लाख मुआवजे का एलान
आपको बता दें बसपा सुप्रीमों ने कहा है कि यह घटना अति निंदनीय है। यह बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय व बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक।
ये भी पढ़ें :-सीएम ने जहरीली शराब के पीछे सपा की साजिश होने की जताई आशंका
जानकारी के मुताबिक चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर अखिलेश यादव की फ्लाइट रोक दी गई। इस खबर के फैलने के बाद विधान परिषद और विधानसभा दोनों जगह हंगामा शुरू हो गया जिसके बाद असेंबली को कल तक के लिये स्थगित करना पड़ा. यूपी सरकार के इस कदम की सपा- बसपा समेत कांग्रेस ने भी भारी आलोचना की है. विपक्ष ने ये भी कहा है कि इस मुद्दे को लेकर प्रदेश भर में प्रदर्शन किया जाएगा
बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है। pic.twitter.com/151IwzPl1t
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019