लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नागरिकता कानून पर हो रहे बवाल पर रविवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दंगों को लेकर भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। यादव ने कहा कि दंगों से बीजेपी को फायदा होता है। ये लोग सरकार में हैं और अब वही लोग दंगे फैला रहे हैं।
सपा कार्यकर्ताओं पर बवाल भड़काने के आरोपों पर कहा कि हमने नागरिकता कानून का विरोध किया
अखिलेश यादव रविवार को प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं पर बवाल भड़काने के आरोपों पर कहा कि हमने नागरिकता कानून का विरोध किया है। हमने कोई तोड़फोड़ नहीं की। यह भाजपा के इशारे पर दंगे भड़काए जा रहे हैं। बीजेपी जानबूझकर नफरत फैला रही है, लोगों को डरा रही है। वे वास्तविक मुद्दों के मोर्चे पर विफल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी सरकार की भाषा से गई कई लोगों की जान गई है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के कहा कि हमनें शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की है, लेकिन दंगा कराने वाले सरकार में बैठे हैं।
अखिलेश यादव बोले-हम उनसे जानना चाहते हैं कि धारा 371 कई जगह लगी है उसे क्यों नहीं हटा रहे?
इससे पहले नागरिकता बिल के सवाल पर भी बोले अखिलेश उन्होंने कहा कि किसी भी जाति धर्म का कोई भी शरणार्थी इस देश में आया तो उसे अपना बना लिया गया। बीजेपी जो अर्थव्यवस्था पर असफल है, नौकरी देने में नाकाम रही, रोजगार दे नहीं पा रही है। जब से सरकार बनी है उसने सिर्फ एक काम किया कि कैसे हिंदू-मुस्लिम के बीच खाई पैदा की जाये फिर चाहे धारा 370 हो या सीएए हम उनसे जानना चाहते हैं कि धारा 371 कई जगह लगी है उसे क्यों नहीं हटा रहे? नौजवानों को नौकरी और रोजगार देने थे।
देश को गुमराह करने के लिए यह सीएए एक्ट बना डाला
लेकिन आपने देश को गुमराह करने के लिए यह सीएए एक्ट बना डाला। आखिरकार आप की साजिश यही है समाज बंटा रहे, जातियां बटी रहे और उनकी राजनीति चमकती रहे। देश की जनता जागरूक है समझदार है। इसीलिए सड़कों पर निकल कर आई है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में दो दिनों से हो रहे विरोध प्रदर्शन के खिलाफ यूपी पुलिस ताबड़तोड़ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारियां कर रही है। पुलिस के अनुसार यूपी में अब तक 15 लोगों की मौत हुई है। वहीं मामले में प्रदेश के अलग-अलग जिलों के थानों में 124 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें पुलिस ने अब तक 705 लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं 4500 लोग हिरासत में हैं।