लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए सिर्फ चुनाव जीतना मुद्दा रहता है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट करते हुए प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज जिस प्रकार संविधान पर हमले हो रहे हैं और नेताओं पर झूठे मुकदमे की जांच एजेंसियों के छापे पड़ रहे हैं निश्चित रूप से दुखद है।
सपा के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि छापे के साथ-साथ तक शारीरिक हमले भी हो रहे हैं। यह भाजपा की हिंसक राजनीति और सोच का कुपरिणाम है। दूसरे पर सिंडिकेट संचालित होने का आरोप लगाने वाले लोग वास्तव में स्वयं संघी केट से संचालित हैं।
आज जिस प्रकार संविधान पर हमले हो रहे हैं, नेताओं पर झूठे मुक़दमों व जाँच एजेंसियों के छापे के बाद अब शारीरिक हमले तक हो रहे हैं, वो भाजपा की हिंसक राजनीतिक सोच का कुपरिणाम है.
दूसरों पर सिंडीकेट से संचालित होने का आरोप लगानेवाले लोग वास्तव में स्वयं ‘संघीकेट’ से संचालित हैं. pic.twitter.com/0CAEd7aQXC
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 14, 2021
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि बदायूं जनपद में सपा कार्यकाल के समय बनना शुरू हुआ मेडिकल कॉलेज का काम भाजपा सरकार के 4 साल के कार्यकाल में पूरा नहीं हो पाया है। भाजपा के लिए सिर्फ चुनाव जीतना रहता है. जन स्वास्थ्य व चिकित्सा मुद्दा नहीं रहता है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना दे रहे हैं। सरकार किसानों की बातों को नहीं सुन रही है, निश्चित रूप से किसान राजनीतिक खेत से भाजपा की सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे।
अखिलेश ने ट्विट किया अपना एफआईआर
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मुरादाबाद की घटना में उन पर और 20 लोगों पर दर्ज एफआईआर को भी ट्वीट करते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो और अधिक पोस्टर लगाए जाएंगे।
बताते चलें कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) लगातार केंद्र व प्रदेश सरकार पर हमलावर रहते हैं। कभी कानून व्यवस्था को लेकर तो कभी किसानों के मुद्दे को लेकर, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण इस बार देश का किसान सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगा।