वाराणसी। आदियोगी नटराज शिव (Lord Shiva) की नगरी काशी (Kashi) से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (10th international yoga day) पर पूरी दुनिया को योग से निरोग रहने का संदेश दिया गया। श्री काशी विश्वनाथ धाम (Shree kashi vishwanath dham) में योगाभ्यास हुआ। प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) के नेतृत्व में एक हजार लोगों ने योग किया। इसके अलावा काशी के गंगा घाटों (Ganga Ghat), पार्कों में काशीवासी योग करते नजर आए।
श्री काशी विश्वनाथ धाम में पहले से ही योग की तैयारी की गई थी। शुक्रवार की सुबह कारिडोर के शंकराचार्य चौक पर योग गुरुओं के सानिध्य में योग की पाठशाला लगी। इस दौरान प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, सूर्य नमस्कार समेत योग की तमाम विधाओं में योगाभ्यास किया गया।
इस दौरान ऊर्जा मंत्री (AK Sharma) ने कहा कि भगवान शंकर, जो कि खुद सबसे बड़े योगी हैं, उनके दरबार में योग करना काफी सुखद रहा। योग एक ऐसी विधा है जिसके माध्यम से बिना एक भी पैसा लगाए निरोग रहने का गुण प्राप्त होता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की प्रेरणा से आज संपूर्ण विश्व में योग को अपनाया गया है। इसी योग ने तमाम जटिल रोगों का भी इलाज किया है। इसकी महत्ता को समझते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। काशी में योग कार्यक्रम में भाग लेकर काफी खुशी महसूस कर रहा हूं।
संपूर्ण काशी में योग की अलख जगी। काशी के सभी घाटों पर 25000 लोग योगाभ्यास कर रहे हैं। इसके साथ 694 ग्राम पंचायतों में 694400 लोग, नगर निगम के 100 पार्कों में 20000 लोग योग की अलख जगा रहे हैं।
इसके अलावा रेलवे के वाराणसी मंडल की विभिन्न यूनिटों, कार्यालयों, आरपीएफ बैरकों, जोनल ट्रेनिंग केंद्रों, बनारस कोचिंग डिपो तथा मंडल के प्रमुख स्टेशनों पर योगाभ्यास किया गया।