लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने राज्य में रूफटॉप सोलर (Rooftop Solar) लगाने वाले उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी और रूफटॉप सोलर नेट बिलिंग की आज शक्ति भवन में शुरूआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यावरण की शुद्धता और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा दे रही है और इसके लिए नई सौर ऊर्जा नीति लाई है।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि अतिरिक्त ऊर्जा स्त्रोत एवं नॉन थार्मल एनर्जी का उपयोग आज बहुत आवश्यक हो गया है। हमारे प्रदेश में सौर ऊर्जा उत्पादन की असीम सम्भावनाएं हैं। इसी के दृष्टिगत प्रदेश में 22 गीगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य इस नीति के तहत निर्धारित किया गया है। इसमें से 04 गीगावाट या 4000 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन रूफटॉप सोलर पावर से किया जाना है।
प्रदेश के सरकारी संस्थानों, कामर्शियल, वाणिज्यिक एवं इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में तथा बड़े उपभोक्ता सौर ऊर्जा के उत्पादन के प्रति अपनी रूचि दिखायी है। रूफटॉप नेट बिलिंग की नीति को कामर्शियल एवं इन्डस्ट्रियल रूफटॉप सोलर पावर में लागू किया गया है। इस व्यवस्था को अब पूरी मजबूती एवं नई तकनीकी के साथ पूरे प्रदेश में लागू किया गया है।
जिन उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटे गए हैं, वहां बिजली जलती हुई न पाई जाए
एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि रूफटॉप सोलर पावर के माध्यम से अब उपभोक्ता सौर ऊर्जा के उत्पादन में रूचि दिखाएंगे। साथ ही उनके द्वारा उत्पादित अतिरिक्त बिजली को यूपीपीसीएल द्वारा निर्धारित दर पर खरीदा जायेगा और उपभोग से अधिक बिजली से उपभोक्ता को इसका लाभ भी दिया जायेगा।