लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में वार्डवार एवं मोहल्लावार योजना बनाकर नागरिकों को सुविधायें प्रदान कर उनके जीवन को बेहतर बनायें। साथ ही किये गये कार्योें की नियमित रूप से स्थलीय निरीक्षण एवं मॉनीटरिंग करें। उन्होंने कहा कि मच्छर जनित बीमारियों, डेंगू, चिकनगुनिया एवं मलेरिया का प्रकोप चल रहा है, इसको नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से प्रभावित क्षेत्रों में फागिंग एण्टीलार्वा का छिड़काव एवं नाले-नालियों की सफाई करायें। इसमें किसी भी प्रकार की ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मच्छर न पनपे इसके लिए जलभराव वाले स्थानों की सफाई करके वहां पर चूना एवं ब्लीचिंग पाउडर डाला जाए और फागिंग व एण्टीलार्वा का छिड़काव भी कराया जाए।
नगर विकास मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि प्रत्येक दशा में संचारी रोग एवं डेंगू के प्रभाव व प्रसार को रोकना है इसलिए युद्ध स्तर पर नगर सेवा पखवाड़ा अभियान को सभी नगरीय निकाय अपने प्रत्येक वार्ड, मोहल्ला, गली-कूचों एवं नाले-नालियों तक पहुंचाकर नियमित रूप से सफाई करायें।
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन पर जोर दें तथा लोगों को अपने आस-पास साफ-सफाई बनाये रखने पर जागरूक करें। उन्होंने जल भराव वाले स्थानों की सफाई करने और वहां पर चूना ब्लीचिंग आदि का प्रयोग करने तथा मच्छर न पनपे इसके लिए फागिंग, एण्टीलार्वा दवा का छिड़काव करने को कहा।
एके शर्मा (AK Sharma) ने नवसृजित एवं सीमा विस्तारित निकायों में निवासियों को बेहतर सुविधायें देने के लिए मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के अंतर्गत कराये जा रहे कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ एवं मानक के अनुरूप समयबद्ध रूप से कराये जाएं। इसमें किसी भी प्रकार की कमी पाये जाने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी निकायों में हो रहे कार्यों का मूल्यांकन भी किया जायेगा। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा है अपने-अपने नगरीय क्षेत्रों में खाली पड़े प्लाटों व भूखण्डों की साफ-सफाई के लिए भी लोगों को प्रेरित करें। जिससे वहां पर गंदगी, झाड़-झंखाड़ एवं जलभराव की स्थिति न बनें।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि अभियान के दौरान सभी गंदे एवं कूड़ा स्थलों को साफ कर वहां पर पार्क बनाये जाए, उद्यान विकसित किये जाए। लोगों के बैठने के लिए भी सुंदर स्थान के रूप में ऐसे स्थानांे को विकसित किया जाए। जिन पार्कों का निर्माण हो चुका है उनकी देखरेख के लिए स्थानीय निवासियों का भी सहयोग लिया जाए और नियमित रूप से पार्कों की साफ-सफाई कराई जाए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने 126 नगरीय निकायों में 194 अमृत सरोवरों के विकास एवं कायाकल्प के लिए भारत सरकार से अनुमति मिल गई है। इस पर कार्ययोजना बनाकर शीघ्र कार्य प्रारम्भ किया जाए।