लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने अयोध्याधाम (Ayodhya Dham) में पुरुषोत्तम भगवान राम मंदिर का आगामी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) कार्यक्रम के दृष्टिगत प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को अपने धार्मिक, ऐतिहासिक, पर्यटक व सार्वजनिक स्थलों की साफ सफाई, कचरा मुक्त कर सुशोभित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आह्वान किया है कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले सभी धार्मिक व तीर्थ स्थलों को साफ व सुन्दर बनाना है। इसी दृष्टि से सभी निकायों में भी साफ-सफाई व कचरामुक्त बनाने व सुशोभन के लिए 14 से 21 जनवरी तक एक सप्ताह का विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है।
नगर विकास मंत्री (AK Sharma) ने नगरीय निकाय निदेशालय में स्वच्छ तीरथ अभियान (Swachh Tirath Campaign) की समीक्षा करते हुए कहा कि इस बार साफ-सफाई व कचरामुक्ति में कोई कमी न रह जाय, इस बात का ध्यान रखेंगे। भविष्य में ऐसी जगहें फिर से गन्दी न हों, इसके लिए सभी निकाय सुशोभन पर भी विशेष ध्यान देंगे।
उन्होंने (AK Sharma) कहा कि सभी निकाय अपने धार्मिक व तीर्थ स्थलों की साफ-सफाई, सुशोभन में कोई कमी नहीं रखेंगे। ध्यान रखेंगे कि जहां पर ज्यादा लोग इकट्ठे होते हों, कचरा इधन-उधर न फेंका जाय, वहां पर डस्टबिन रखवाएं। ऐसे स्थानों के आस-पास खाली जगहों पर फूल-पौधे भी लगाये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या सहित पूरे प्रदेश के सभी नगरीय निकायों के तीर्थ एवं धार्मिक स्थलों पर साफ-सफाई का विशेष अभियान युद्धस्तर पर चल रहा है।
उन्होंने (AK Sharma) कहा कि इस दौरान मंदिर के ट्रस्ट और मैनेजमेंट पदाधिकारी तथा आमजान व स्वयं सहायता समूह के सहयोग एवं भागीदारी से सफाई व सुशोभन का कार्य सुनिश्चित कराया जाय तथा मंदिरों, पूजा स्थलों से निकले फूल आदि का रीसाइकल भी किया जाय। सार्वजनिक शौचायलयों, गार्बेज पॉइंट की सफाई पर भी ध्यान देंगे। सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम पर भी ध्यान दिया जाय। नागरिकों को इसके लिए जागरूक किया जाय।
अयोध्या धाम को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए नो प्लास्टिक बैग जोन विकसित किये जाएं: एके शर्मा
मंत्री श्री शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि सफाई महाअभियान में सभी निकाय अपने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों का भी सहयोग लेने का प्रयास करें। साथ ही स्वयं सहायता समूह, सारथी क्लब के सदस्यों, ब्रांड एंबेसडर के माध्यम से भी जन जागरूकता रैली निकाली जाए और स्वच्छता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएं। प्लास्टिक निषेध के लिए सभी धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों व सार्वजनिक स्थलों के आसपास नो प्लास्टिक बैग क्षेत्र भी विकसित किए जाएं। लोगों को प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए भी जागरूक करें, प्लास्टिक की बोतल, थैली, प्लेट, गिलास, कप,चम्मच को रिसाइकल करने की भी व्यवस्था की जाए। अभियान की डी ट्रिपल सी के माध्यम से तथा टोल फ्री नंबर 1533 से भी कार्यों की मॉनिटरिंग की जाए।