लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि प्रधानमंत्री के आर्शीवाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली प्रदेश की योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उत्तर प्रदेश के इतिहास में ग्रीष्म ऋतु के दौरान मांग के अनुरूप सर्वाधिक विद्युत आपूर्ति की गयी। इस वर्ष की गरमी में विद्युत आपूर्ति के मामले में पूरे देश के सभी राज्यों का रिकार्ड तोड़ते हुए भीषण गरमी के दिनों में अप्रैल से नवम्बर, 2023 तक सर्वाधिक 28,284 मेगावाट की आपूर्ति कर बिजली की अधिकतम मांग को पूरा करने में उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बना जबकि महाराष्ट्र दूसरा, गुजरात तीसरा, तमिलनाडु चौथा व राजस्थान पांचवें स्थान पर रहा। उन्होंने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों एवं विद्युत कर्मियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी तथा प्रेरणा देने के लिए प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को नमन किया।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने राज्यसभा में विद्युत उत्पादन, मांग एवं आपूर्ति के सवाल के जवाब में उत्तर प्रदेश में की गयी सर्वाधिक विद्युत आपूर्ति का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश में उद्योग बढ़ने से विद्युत मांगों में बढ़ोत्तरी होगी, जिसकी पूर्ति के लिए पूरे विद्युत तंत्र को अपग्रेड किया जा रहा है। साथ ही नये पावर प्लांट भी स्थापित किये जा रहे हैं। विद्युत की सुदृढ़ीकरण हेतु आरडीएसएस योजना के तहत 17 हजार करोड़ रूपये, बिजनेस प्लान 05 हजार करोड़ रूपये, नगरीय निकायों के अन्तर्गत 1000 करोड़ रूपये से कुल मिलाकर 23 से 24 हजार करोड़ रूपये से विद्युत तंत्र को मजबूत करने का कार्य किया जा रहा। इससे जहां विद्युत की जर्जर लाइनों एवं खम्भों को बदला जा रहा, लाइन लास को कम करने के लिए खुली तारों के स्थान पर एबी केबिल लगायी जा रही। लो-वोल्टेज की समस्या एवं ट्रिपिंग से मुक्ति देने के लिए ट्रांसफार्मर, फीडर एवं उपकेन्द्रों की क्षमता वृद्धि भी की जा रही है। जहां भी आवश्यक है आधुनिक तकनीकी व संसाधनों का भी प्रयोग कर विद्युत व्यवस्था को दुरूस्त किया जा रहा है इससे आगामी वर्षों में हमारा प्रदेश विद्युत उत्पादन के मामलों पर सरप्लस स्टेट बनकर अपने नागरिकों को 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति कर सकेगा।
ऊर्जा मंत्री (AK Sharma) ने कहा कि विगत माह विद्युत आपूर्ति को ट्रिपिंग मुक्त करने व व्यवधान रहित आपूर्ति हेतु अनुरक्षण कार्य सभी डिस्काम में कराये गये। इससे जहां पर भी विद्युत आपूर्ति में कमियां पायी गयी उसे दुरूस्त किया गया। आगामी माह में भी अनुरक्षण कार्य के लिए अभियान चलाया जायेगा।
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उन्होंने (AK Sharma) कहा कि प्रदेश की वर्तमान विद्युत उत्पादन क्षमता से दोगुना विद्युत उत्पादन होने लगेगा। अभी ओबरा-सी की 660 मेगावाट की यूनिट से विद्युत उत्पादन शुरू हो गया है। इसकी 660 मेगावाट की दूसरी यूनिट से भी जल्द ही विद्युत उत्पादन शुरू होगा। इसी प्रकार जवाहरपुर की 2×660 मेगावाट की दोनों इकाइयों से भी शीघ्र ही विद्युत उत्पादन शुरू होने की सम्भावना है। इसी प्रकार ओबरा-डी की 2×800 मेगावाट की दो प्लांट लगाने का अनुबंध एनटीपीसी के साथ हुआ है। अनपरा में भी 2×800 मेगावाट की दो इकाइयां लगायी जानी है। मेजा, पनकी, घाटमपुर में भी विद्युत इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। साथ ही वैकल्पिक स्रोतों से भी प्रदेश सरकार विद्युत उत्पादन को बढ़ावा दे रही है। 7000 मेगावाट विद्युत उत्पादन के लिए सोलर संयंत्र लगाये जा रहे हैं।
सौर ऊर्जा को स्टोर करने के लिए पम्प स्टोरेज के लिए भी सरकार ने कदम बढ़ाया हुआ है और रूफटाप से भी 300 मेगावाट विद्युत उत्पादन किया जाना है। इन सभी कार्यों से प्रदेश सरकार को आगामी वर्षों में मांग के अनुरूप निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होगी।