मुंबई। अजय देवगन की फिल्म ‘तान्हाजी’ जबरदस्त सुर्खियों में आ गई है। इस फिल्म का ट्रेलर 19 नवंबर को रिलीज हो चुका है। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर इसे लेकर चर्चा शुरू हो गई है।
हर कोई अजय देवगन के किरदार को लेकर बातें कर रहा है तो कोई इस फिल्म के विलेन यानी सैफ अली खान के किरदार को पसंद कर रहा है। इन सबके बीच इस फिल्म को लेकर एक तगड़ा विवाद सामने आया है। हाल ही में ‘तान्हाजी’ के मेकर्स को खुली धमकी भी दी गई है।
बता दें कि हाल ही में एनसीपी के नेता और विधायक जितेंद्र आव्हाड ने ‘तान्हाजी’ को लेकर एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में ‘तान्हाजी’ के मेकर्स पर इतिहास को गलत तरीके से दर्शाने का आरोप लगाया गया है। इसके साथ ही खुली धमकी भी दी गई है।
ओम राऊत तुमच्या तान्हाजी चित्रपटाचा ट्रेलर पाहिला , त्यामध्ये काही प्रसंगात तुम्ही ज्या अनैतिहासिक आणि चुकीच्या गोष्टी घुसडल्या आहेत त्यामध्ये लवकरात लवकर बदल करा अन्यथा यामध्ये मला माझ्या पद्धतीने लक्ष घालावे लागेल.
याला धमकी समजली तरी चालेल.#TanhajiTrailer @omraut— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) November 20, 2019
जितेंद्र आव्हाड ने लिखा- ‘ओम राउत ने आपकी तन्हाजी फिल्म का ट्रेलर देखा, कुछ अस्वाभाविक और गलत चीजों में आप जल्दी बदलाव करें। इस चीजों के साथ आपने अपने विचारों के जरिए छेड़छाड़ की है, या फिर मुझे इसे अपने तरीके से देखना होगा। अगर इसे खतरा माना जाए तो ऐसा ही सही’।
माना जा रहा है कि ये आंदोलन का इशारा हो सकता है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है, जब किसी पीरियड फिल्म पर इतिहास को गलत तरीके से दर्शाने के आरोप लग रहे हैं। इससे पहले संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ भी ऐसे ही विवादों में फंस चुकी है। अब देखने वाली बात ये होगी कि जितेंद्र आव्हाड के आरोपों पर ‘तान्हाजी’ के मेकर्स क्या जवाब देंगे?
बात करें फिल्म की तो अजय देवगन की फिल्म ‘तान्हाजी’ मुगलों के खिलाफ लड़ी गई मराठाओं की जंग की कहानी है। तानाजी की कहानी 17वीं सदी पर आधारित है, जहां मुगल कोंढाणा पर फतह करना चाहते हैं। तो वहीं मराठा कोंढाणा पर फिर से भगवा रंग लहराना के लिए आंदोलन कर रहे हैं। ये फिल्म 10 जनवरी 2020 को रिलीज होगी।