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आगरा : जनसहयोग से बदली रोटी वाली अम्मा की तकदीर

roti wali amma

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आगरा। ताज नगरी आगरा के सेंट जोंस चौराहे के पास एमजी रोड पर रोटी वाली अम्मा (roti wali amma)  की बदहाली की खबरें मीडिया में चलीं। इसके बाद तो मानों भगवान ने उनकी तकदीर ही बदल दी। खबर देखने के बाद शहरवासियों ने रोटी वाली अम्मा की दिल खोलकर मदद की है।

अभी तक फुटपाथ पर चूल्हे पर गरम-गरम रोटियां बनाने वाली 80 साल की भगवान देवी जनसहयोग मिलने के बाद सजे-धजे ठेले पर अपना ढाबा चला रही हैं। अब सभी लोग रोटी वाली अम्मा के हाथों बनी रोटियां और सब्जियों का स्वाद ले रहे हैं।

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बता दें कि बीते 15 साल से सेंट जोंस चौराहे पर चूल्हे की सोंधी रोटियां बेचकर गुजारा करने वालीं भगवान देवी शहर में रोटी वाली अम्मा के नाम से मशहूर हैं। रोटी वाली अम्मा 80 बरस की हैं। अम्मा के बेटे उन्हें अपने साथ नहीं रखते हैं, इसलिए अपना जीवनयापन के लिए वह रोटियां बेचती हैं। 10 रुपये में अम्मा की दुकान पर एक प्लेट चावल दाल मिल जाती है, जबकि 20 रुपये में चार रोटियों के साथ दो सब्जियां मिलती हैं। 24 घंटे पहले तक रोटी वाली अम्मा की दुकानदारी दस-बीस रुपये की भी मुश्किल से होती थी, लेकिन अब उम्मीद की किरण जगी है।

दो घंटे में ही 400 रुपये से अधिक की रोटियां बिक चुकी

खबर है कि रोटी वाली अम्मा ने कहा कि दो घंटे में ही उनकी 400 रुपये से अधिक की रोटियां बिक चुकी हैं। देसी अंदाज से बने चूल्हे में सेंकी गई रोटियां कार वाले भी आकर पैक करा रहे हैं। इसके बाद अम्मा के चेहरे पर एक बार फिर चमक दिखाई देने लगी है। कई लोग तो ऐसे हैं जो वर्षों से सुबह और शाम अम्मा के हाथों की रोटियां ही खाते हैं।

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