अफगानिस्तान संकट को लेकर योगगुरु रामदेव ने कहा- भारत को इस मामले को संजीदगी के साथ देखने की जरूरत है। फंसे भारतीयों को मदद की जरूरत है।पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा- अफगानिस्तान में जो भी भारतीय फंसे हैं, उन्हें सरकार निकालने के लिए तत्परता से काम कर रही है। उन्हीने कहा- अगर तालिबान को पूरी दुनिया का साथ चाहिए, तो उन्हें भी हिंसा का रास्ता छोड़कर एक जिम्मेदार सरकार और इंसान की तरह सलूक करना चाहिए।
तालिबान को हिंसा का रास्ता छोड़कर एक जिम्मेदार सरकार की तरह काम करना चाहिए
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रामदेव के बयान पर एक यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- स्वामी जी, वो 40 रुपए वाले पेट्रोल-डीजल का क्या हुआ? एक अन्य यूजर ने लिखा- बाबा जी को तालिबान भेज दो…10-15 दिन के लिए तालिबानियों को योगा सिखाएंगे, पतंजलि का आटा खिलाएंगे तो तालिबानी सुधर जाएंगेदरअसल, गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान वह बोले- अफगानिस्तान में जो भी भारतीय फंसे हैं, उन्हें सरकार निकालने के लिए तत्परता से काम कर रही है।
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इस पर और ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि तालिबान की चरित्र एका-एक बदलने वाला नहीं है। आज तक का उनका ट्रैक रिकॉर्ड रहा है, उससे उनकी भय की राजनीति है और जैसे लोगों को जिस तरह उन्होंने कष्ट दिया, क्रूरता की, वह जगजाहिर है।उनके अनुसार, भारत को बेहद संजीदगी के साथ अफगानिस्तान मामले से निपटने की जरूरत है और अपने लोग जो वहां फंसे हैं, उनकी मदद करने की जरूरत है। यह सच है कि अब अफगानिस्तान की पूरी सत्ता तालिबान के हाथ में है। पर अगर तालिबान को पूरी दुनिया का साथ चाहिए, तो उन्हें भी हिंसा का रास्ता छोड़कर एक जिम्मेदार सरकार और इंसान की तरह सलूक करना चाहिए।