दो सगे भाईयों ने लखनऊ से एक अधिवक्ता का अपहरण कर उन्नाव में ले जाकर हत्या कर दी पुलिस ने शव उन्नाव के मौरावां क्षेत्र में सड़क किनारे बरामद कर लिया बीते शनिवार से अधिवक्ता लापता थे, पुलिस तलाश में लगी थी। पुलिस ने इस बारे में छानबीन में पता चला कि अधिवक्ता को उसके ही पड़ोसी अपने साथ ले गए हैं। इसके बाद पुलिस ने दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया।मामला कैसरबाग थानाक्षेत्र के लालकुंआ, मकबूलगंज इलाके का है। यहां से अधिवक्ता नितिन तिवारी (35) का अपहरण कर हत्या कर दी गई। एडीसीपी पश्चिम राजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक नितिन तिवारी मकबूलगंज में रहते थे।
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बीते शनिवार को उनके भाई मयंक ने अपहरण की आशंका जताते हुए कैसरबाग कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस की कई टीमें उनकी लोकेशन ट्रेस करने के साथ ही पड़ताल में लगी थीं। इस बीच रविवार को नितिन का शव उन्नाव जनपद के मौरावां क्षेत्र के पिसंदा गांव में सड़क किनारे झाड़ियों में पड़ा मिला। उन्नाव पुलिस की सूचना पर मयंक के परिवारीजनों ने शव की शिनाख्त की। पड़ताल में पता चला कि नितिन को उनके पड़ोस में रहने वाले प्रवीण अग्रवाल और उसका भाई विपिन अग्रवाल अपने साथ कार से ले गया था। दोनों की तलाश शुरू हुई। इस बीच उन्नाव पुलिस ने मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर प्रवीण और उसके भाई विपिन को गिरफ्तार कर लिया। उन्नाव के मौरावां थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि दोनों हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम में अधिवक्ता की गला दबाने और सिर पर भारी वस्तु से प्रहार कर हत्या करने की पुष्टि हुई है।
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आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर उतारा मौत के घाट
मौरावां इंस्पेक्टर ने बताया कि हत्यारोपित विपिन और प्रवीण से पूछताछ में पता चला कि दोनों अधिवक्ता के पड़ोस में ही मकबूलगंज के रहने वाले हैं। दोनों का एक मकान पीजीआइ क्षेत्र में सैनिक नगर में भी है। नितिन दोनों पर अपत्तिजनक टिप्पणी करता था। इससे तंग आकर विपिन और प्रवीण कुछ समय पहले सैनिकनगर में शिफ्ट हो गए। इसके बाद भी नितिन उन पर टिप्पणी करता था। कभी कभार फोन करके भी नितिन परेशान करता था। इससे त्रस्त होकर दोनों भाइयों ने नितिन की हत्या की योजना बनाई। विपिन और प्रवीण ने बहाने से कुछ बात करने के लिए फोन करके बुलाया। इसके बाद उसे अपनी वैगनआर कार में बिठाया और उन्नाव लेकर चले गए। रास्ते में उसकी हत्या कर दी और शव मौरावां क्षेत्र में सड़क किनारे फेंककर दोनों भाई फरार हो गए।