मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने रविवार को प्रदेश की कोविड स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार आगामी तीन जनवरी से 15 से 18 वर्ष के किशोर बच्चों के लिए कोविड टीकाकरण (Vaccination) का महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रारंभ होना है।
इसी प्रकार, 10 जनवरी से सभी कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से ऊपर की आयु के को-मॉर्बीडिटी वाले नागरिकों को, उनके डॉक्टर की सलाह पर कोविड वैक्सीन की प्री-कॉशन डोज दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसको देखते हुए वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। भारत सरकार से सतत संपर्क में रहें। कोविड टीकाकरण में उत्तर प्रदेश ने अब तक शानदार कार्य किया है। यह क्रम आगे भी जारी रहे। इसके लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं। किशोरों के टीकाकरण के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए।
19 करोड़ 40 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण और नौ करोड़ 20 लाख से अधिक कोविड जांच करके उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण में देश में प्रथम पहले स्थान पर है। यहां छह करोड़ 88 लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है। 12 करोड़ 51 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज ली है। इस प्रकार टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी में लगभग 85 फीसदी को पहली और 47 फीसदी लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है। वैक्सीनेशन को और तेज करने की जरूरत है।
कोविड से बचाव के लिए ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण की नीति के सही क्रियान्वयन से प्रदेश में स्थिति नियंत्रित है। बीते 24 घंटों में हुई एक लाख 82 हजार 587 सैम्पल की जांच में कुल 59 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 16 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 323 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 693 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए प्रदेशव्यापी रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू लागू है। इसका सख्ती से अनुपालन कराया जाए। पुलिस बल लगातार गश्त करे। वरिष्ठ अधिकारी स्वयं फील्ड में उतर पर निरीक्षण करें। रात में संचालित होने वाली औद्योगिक इकाइयों के कार्मिकों को आवागमन की छूट दी जाए। नोएडा गाजियाबाद जैसे सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता बरती जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों अथवा विदेश से उत्तर प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की ट्रेसिंग-टेस्टिंग की जाए। बस, रेलवे और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। निगरानी समितियों के माध्यम से गांव-शहरी वार्डों में बाहर से आने वाले हर एक व्यक्ति की टेस्टिंग कराएं। आवश्यकतानुसार लोगों को क्वारन्टीन कर मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए। इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर 24×7 एक्टिव मोड में रखे जाएं।
भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए अभियान चलाकर प्रदेश के अस्पतालों को साधन-सुविधा संपन्न बनाया गया है। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से काफी प्रयास हुए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोविड के बढ़ते केस के बीच सभी संसाधनों की सूक्ष्मता से पड़ताल कर ली जाए। मॉक ड्रिल कर व्यवस्था की परख कर लें। अब तक 551 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। प्रत्येक ऑक्सीजन प्लांट के संचालन के लिए कम से कम तीन कार्मिकों की तैनाती की जाए। वेंटिलेटर, नीकू, पीकू की संख्या आवश्यकतानुसार और बढ़ाई जाए।