देश के सबसे बड़े मुंबई एयरपोर्ट को अब अडानी ग्रुप ने टेकओवर कर लिया, उन्होंने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी और कहा- हम बहुत खुश हैं। अडानी के इस ट्वीट पर कई मजेदार कमेंट आए, एक यूजर ने लिखा- अडानी जी की गति देखते हुए संभव है कि जल्द ही वह राष्ट्रपति भवन एवं संसद का भी टेकओवर कर लेंगे। चेतन शाह ने लिखा- सीबीआई-ईडी की मदद से टेकओवर, चोरी, जबरदस्ती और छीनाझपटी से लिया गया, जल्द ही रेट बढ़ जाएगा।
We are delighted to take over management of the world class Mumbai International Airport. We promise to make Mumbai proud. The Adani Group will build an airport ecosystem of the future for business, leisure and entertainment. We will create thousands of new local jobs.
— Gautam Adani (@gautam_adani) July 13, 2021
एक अन्य यूजर ने तो कह दिया कि अडानी भारत के अवांछित प्रधानमंत्री हैं, वहीं एक ने सवाल किया जनता के बने पैसो से कैसे किसी कारोबारी को सौंपा जा सकता है। एक अन्य यूजर ने लिखा- अगर सबकुच कॉरपोरेट ही मैनेज करेगा तो सरकार की क्या जरूरत है, चुनाव करवाने भी बंद कर देने चाहिए।
गौतम अडानी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘वर्ल्ड क्लास मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मैनेजमेंट का टेकओवर करके हमें खुशी है। मुंबई को गौरवान्वित महसूस कराना हमारा वादा है। अडानी समूह बिजनेस, लग्जरी और मनोरंजन के लिए भविष्य का एयरपोर्ट इकोसिस्टम खड़ा करेगा। हम हजारों स्थानीय लोगों को नया रोजगार देंगे।
अडानी के इस ट्वीट पर यूजर्स की भी अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। सोहेल अहम फैजल नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘प्लीज़। आप देश की संसद को भी टेकओवर कर लो।’ यूजर चेतन शाह लिखते हैं, ‘सीबीआई-ईडी की मदद से टेकओवर। चोरी, जबरदस्ती, छीनाझपटी।’ ट्विटर यूजर राकेश वर्मा का कहना है, ‘चार्ज कितना बढ़ेगा?’ राहुल आलम नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं, ‘शुक्रिया भगवान। आपने ये नहीं कहा कि सरकार का प्रबंधन संभालने में प्रसन्नता हुई। वैसे देश और सरकार के प्रबंधन को पूरी तरह से संभालने में आपको कितने दिन लगेंगे?’
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सरकार के साथ साठगांठ के लगे आरोप: ट्विटर यूजर मीर सज्जाद अली लिखते हैं, ‘अडानी भारत के अवांछित प्रधानमंत्री हैं।’ नीलेश मणि नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं, ‘सरकार जनता के पैसों से बने एयरपोर्ट को कैसे किसी कारोबारी को सौंप सकती है? कल, बांध, बिजली विभाग, न्यूक्लियर पावर प्लांट भी ऐसे लोगों को दे दिया जाएगा और ये लोगों का शोषण करना शुरू कर देंगे।’ ट्विटर यूजर श्रीनू बेसट्टी लिखते हैं, ‘अगर सबकुछ कॉरपोरेट मैनेज करेगा तो सरकार की जरूरत ही क्या है? चुनाव ही क्यों करवाए जाते हैं? क्यों विभिन्न सरकारी विभाग स्थापित किए गए हैं।’