म्यांमार के रोहिग्यों को बांग्लादेश बार्डर से अवैध तरीके से यूपी में प्रवेश कराने वाले गैंग का खुलासा कर यूपी एटीएस ने दो रोहिंग्या नागरिकों को गिरफ्तार किया है। से दोनों भाई हैं। दोनों को उन्नाव और अलीगढ़ से से पकड़ा गया है। पूछताछ में खुलाया हुआ है कि वे रोहिंग्यों के फर्जी दस्तावेज तैरार कराकर उनको यहां स्थापित कराते थे और उसके बाद विभिन्न मीट फैक्टरियों में मजदूर मजदूर के रूप में रोजगार दिलाते थे। यूपी एटीएस इनके आधा दर्जन और साथियों की तलाश में जुटी है।
उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि उन्नाव व अलीगढ़ से यूपी एटीएस ने दो रोहिंग्या युवकों को गिरफ्तार किया है।
यह दोनों मानव तस्करी में लिप्त थे और भारत में बांग्लादेश बॉर्डर से अवैध तरीके से लोगों को लाकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में शरण दिलाते थे। इस मामले में फारुख उर्फ हसन और उसके भाई शाहिद को गिरफ्तार किया। फारुख को उन्नाव के कासिम नगर से पकड़ा गया। यह दोनों रोहिंग्या लोगों को अवैध तरीके से लाते थे। इसके बाद उन्नाव व कानपुर की तमाम फैक्ट्रियों में काम दिलाते थे। इनके पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट मिले हैं। अलीगढ़ में सक्रिय शाहिद को बड़े चौक नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों के पास कई दस्तावेज के साथ पांच लाख रुपए भी मिले हैं। इनके पास से तमाम भारतीय लोगों के रिकॉर्ड मिले हैं। इनके सम्पर्क में करीब 1500-1600 रोहिंग्या हैं। फारुख और उसका भाई शाहिद फर्जी दस्तावेजों के जरिये अलीगढ़ व उन्नाव में भारतीय नागरिक बनकर रह रहे थे।
एटीएस के आईजी ने बताया कि तेलंगाना के हैदराबाद शहर से हिरासत में लिए गए युवक से मिले इनपुट के आधार एटीएस इनके पास तक पहुंची। फारुख करीब पांच महीने से उन्नाव के कासिम नगर में किराये के मकान में पत्नी व चार बच्चों के साथ रह रह था। आईजी ने बताया कि दोनों आरोपियों के पास से इंडिगो फ्लाइट की टिकट समेत अन्य कई दस्तावेज मिले हैं।
आईजी ने बताया कि आरोपी फारूख ने पूछताछ में बताया कि वह उसका भाई म्यांमार से बांग्लादेश के रास्ते यूपी में आये थे। उसके बाद उन लोगों यहां फर्जी दस्तावेज तैयार कराये और वह उन्नाव में और भाई शाहिद अलीगढ़ में रहने लगा। उसकी मां हमीदा भाई शाहिद के साथ अलीगढ़ में रहने लगी थी। इसके साथ उसका दामाद जुबैर भी अलीगढ़ में रह रहा है। आईजी ने बताया कि दोनों से पूछताछ के बाद दर्जनों रोहिंग्यों की तलाश की जा रही है।