मध्य प्रदेश में तीन विधानसभा एवं एक लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा तैयारियों में जुटी है, इसीबीच एक विवाद सामने आया है। चुनावी तैयारियों को लेकर हो रही बैठक में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया के बीच बहस हो गई। वन मंत्री विजय शाह द्वारा कुर्ता झटकारे जाने को लेकर यशोधरा नाराज हो गई, उन्होंने कहा- ये कौन सा तरीका है, पीछे महिलाएं बैठी हैं।
इसपर अरविंद भदौरिया ने कहा- विजय जी देखा करिए, यशोधरा जी महाराजा हैं और आप अभी राजा हैं, उनकी बात पर यशोधरा भड़क गई और कहा- बीच में क्यों बोला। भदौरिया ने कहा- आप बोलने से नहीं रोक सकती, सीएम नहीं हैं, इसपर यशोधरा ने कहा- आंख मत दिखाओ, तुम मुझसे बत्तमीजी कर रहे हो।
यशोधरा को कहना पड़ा- ठाकुर! आंखें मत दिखाओ। तुम बदतमीजी कर रहे हो। इस पर भदौरिया ने भी पलटवार किया। हालात ऐसे हो गए थे कि यशोधरा उठकर कैबिनेट हॉल से बाहर चली गईं। जब लौटीं, तो चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को बीच-बचाव करना पड़ा।
शुरुआत यहां से
विजय शाह ने कुर्सी पर बैठते समय कुर्ता झटकारा। इससे पायजामा और कुर्ता बेढंगा हो गया।
यशोधरा (विजय के ठीक पीछे बैठीं थीं) : ये क्या तरीका है, शाह जी। पीछे महिलाएं भी बैठीं हैं। उषा ठाकुर भी बैठी हैं।
विजय शाह : जी-जी।
अरविंद भदौरिया : विजय जी आप देखा करो, वो महाराजा हैं और आप राजा हो?
यशोधरा : आपको क्या बीच में बोलने की आदत है? उस दिन रेत के मसले पर भी बीच में बोल रहे थे।
भदौरिया : आप बोलने से नहीं रोक सकतीं। मैं भी तो अपनी बात रखूंगा, आप CM तो हैं नहीं।
यशोधरा (गुस्से में) : ठाकुर!, आंखें मत दिखाओ। तुम मुझसे बदतमीजी कर रहे हो।
भदौरिया (तेज आवाज में) : मैं सिर्फ अपनी बात कह रहा हूं और ये मेरा हक है।
विश्वास : आप सब शांत हो जाइए, यह सब ठीक नहीं लगता। यशोधरा कैबिनेट बैठक कक्ष से बाहर निकल गईं। थोड़ी देर बाद लौटीं।
विश्वास : आप दोनों कुछ नहीं बोलेंगे। बैठक शुरू करिए। (करीब पांच मिनट तक सब खामोश रहे)
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इससे पहले भी कैबिनेट और इसके बाद होने वाली अनौपचारिक कैबिनेट बैठकों में मंत्री किसी न किसी मसले पर मंत्री आपस में उलझ चुके हैं। अन्य मंत्रियों को बीच-बचाव का विवाद निपटाना पड़ा।