पीएम मोदी आज ब्रिक्स के सालाना शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। डिजिटल तरीके से आयोजित होने वाली इस बैठक में अफगानिस्तान पर चर्चा हो सकती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स के 13वें शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो भी शामिल होंगे।
वर्चुअल मीट के दौरान तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा करने और देश से उत्पन्न होने वाले आतंकी खतरों के बाद की स्थिति पर भी चर्चा की जाएगी. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के घटनाक्रम से परिचित सूत्रों ने बताया कि नेता अफगानिस्तान सहित महत्वपूर्ण वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे, जिस पर नेताओं द्वारा आतंकवाद से लड़ने की प्राथमिकता को रेखांकित करने की संभावना है। इसमें अफगानिस्तान की जमीन को आतंकवादी संगठनों द्वारा इस्तेमाल करने से रोकना शामिल है, जिससे भविष्य दूसरे देशों पर हमले होने से बचा जा सके।
यह दूसरी बार है जब पीएम मोदी ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इससे पहले उन्होंने 2016 में गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। इस साल भारत उस समय ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है, जब ब्रिक्स का 15वां स्थापना वर्ष मनाया जा रहा है। 13वां ब्रिक्स सम्मेलन भारत की अध्यक्षता में वर्चुअली आयोजित होगा और इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसे लेकर शुक्रवार को चीन की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई थी।
एंटीलिया केस में बड़ा खुलासा: परमबीर ने रिपोर्ट में करवाई थी छेड़छाड़
पीएमओ के मुताबिक इस बैठ में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, न्यू डेवलपमेंट बैंक के अध्यक्ष मार्कोस ट्रॉयजो, ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के अस्थायी अध्यक्ष ओंकार कंवर और ब्रिक्स विमेन्स बिजनेस एलायंस की अस्थायी अध्यक्ष डॉ. संगीता रेड्डी इस मौके पर शिखर सम्मेलन में उपस्थित राजाध्यक्षों के सामने अपने-अपने दायित्वों के तहत साल भर में किए काम का ब्योरा पेश करेंगे।