Site icon News Ganj

जम्मू कश्मीर में विकास के नए युग की होगी शुरुआत- अमित शाह

जम्मू-कश्मीर। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर दौरे के तीसरे और आखिरी दिन श्रीनगर में सोमवार को एक जनसभा को संबोधित किया। अमित शाह ने कहा कि, मुझे बहुत ताने दिए गए और कोसा गया। गृह मंत्री ने कहा कि, फारूख अब्दुल्ला ने सलाह दी कि भारत सरकार को पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। हम अगर किसी बात करेंगे तो घाटी के लोगों और युवाओं के साथ बात करेंगे।

वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, जम्मू कश्मीर में विकास के नए युग की शुरुआत होगी। घाटी का विकास और लद्दाख का विकास इस मकसद से यह कदम उठाया गया है और जो 2024 से पहले कश्मीर जो चाहे वह आपकी नजर के सामने होगा। घाटी के लोगों से गृह मंत्री ने कहा कि, दिल से खौफ निकाल दीजिए, कश्मीर की शांति और विकास की यात्रा को कोई खलल नहीं डाल सकता है। इसके लिए आप भारत सरकार पर और हम पर भरोसा कर सकते हैं। कश्मीर की जनता को इस देश पर उतना ही अधिकार है जितना मेरा अधिकार है. कश्मीर मोदी जी के दिल में बसता है। मैं घाटी के युवाओं के साथ दोस्ती करना चाहता हूं। कश्मीर की विकास यात्रा को खलल पहुंचाने वालों की नीयत साफ नहीं है। जम्मू कश्मीर में सबसे पहले 100 फीसदी टीकाकरण किया गया। आप में से कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है।

गृह मंत्री ने सवाल पूछते हुए कहा कि, 70 साल तक अधिकार से आखिर क्यों वंचित रखा गया? हम चाहते है कि कश्मीर युवा पत्थर न उठाएं। कश्मीर का अपनी सीएम बने जो लंदन न जाए। कश्मीर के युवाओं को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं यह सवाल पूछना चाहता हूं कि 70 साल तक कश्मीर के युवाओं को जिला पंचायत चुनाव लड़ने का अधिकार आपने क्यों नहीं दिया?

बता दें कि, इससे पहले, गृहमंत्री अमित शाह ने अपने तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन सोमवार को खीर भवानी मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने माता की आरती उतारी और मंदिर की परिक्रमा भी लगाई। इस मौके पर उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। उनके इस दौरे के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

साथ ही, केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि, माता खीर भवानी मंदिर में माँ के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। देशभर के कश्मीरी पंडित भाईयो-बहनों की आस्था का ये एक ऐसा अटूट केंद्र है जो पूरे राष्ट्र को प्रेरणा देता है। इस पवित्र स्थल में एक अद्भुत शक्ति है जिसकी अनुभूति यहाँ आकर निश्चित रूप से होती है।

Exit mobile version